बनारस में बवाल के मामलें में गिरफ्तारियॉ जारी, चार और चढ़े पुलिस के हत्थे
शबाब ख़ान
वाराणसी: पिछले दिनों बनारस के सिगरा थानाक्षेत्र में एक धर्मस्थल के बगल की जमीन पर कब्जा किए जानें की अफवाह फैलाकर एक पक्ष द्वारा किए गये हिंसक उपद्रव के मामलें में गिरफ्तारियों का दौर जारी है। इसी क्रम में आज चार और अभियुक्तों को पुलिस नें गिरफ़्तार कर लिया, इनमें लल्लापुरा निवासी मो. शाहिद, शमीम, अहमद और मोहम्मद शामिल हैं। इन चारों की गिरफ़्तारी का आधार घटना के दौरान रिकार्ड हुए सीसीटीवी फुटेज और मीडिया द्वारा प्रसारित वीडियो है, जिससे इन आरोपियों की शिनाख्त की की गयी थी।
सिगरा थानाध्यक्ष ने बताया कि पुलिस मुख्य आरोपी सज्जाद और उसके बेटे राजू सहित चार लोगों को पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है, आज की चार गिरफ़्तारी को मिलाकर कुल आठ लोगों को दो मुकदमों में विभिन्न धाराओं में जेल भेजा जा चुका है। उन्होनें बताया कि बाकी उपद्रवियों की तालाश जारी है, जल्दी ही उन्हे भी सलाखों के पीछे भेजा जाएगा।
उल्लेखनीय है कि बीते 16 जुलाई की रात काशी विद्यापीठ परिसर के पीछे एक धर्मस्थल से सटी विवादित जमीन पर निर्माण को लेकर विवाद हो गया था। इसके बाद फैलाई गई अफवाहों से बनारस हवा गर्म हो गई और सैकड़ों लोग सिगरा-फातमान रोड पर थाने के सामने इकट्ठा हो गये और देखते ही देखते पुलिस पर पथराव, वाहनों की तोड़फोड़ और आगजनी गुस्साई भीड़ द्वारा किया गया।
उपद्रवियों को खदेड़ने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज कर आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े थे। घटना को लेकर सिगरा थाने में 14 नामजद और तीन सौ से ज्यादा अज्ञात के खिलाफ दो अलग-अलग मुकदमे दर्ज किए गए थे। जिसमें से एक मुकदमा सिगरा पुलिस की ओर से दर्ज किया गया और दूसरा विवादित जमीन पर काबिज अधिवक्ता महेंद्र सिंह उर्फ मंटू सिंह की ओर से दी गई तहरीर पर सिगरा थानें में दर्ज हुआ था।