एनडीआरएफ ने संचालित किया सामूहिक आपदा प्रबन्धन कार्यक्रम
सुदेश कुमार
बहराइच 06 अप्रैल। तहसील मिहींपुरवा अन्तर्गत बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में लोगों को दैवीय आपदा से बचाव के लिए जागरूक करने के उद्देश्य से स्वयंसेवी संस्था प्रभात तारा समाज सेवा केन्द्र व दिशा स्वयंसेवी संस्था के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित दो दिवसीय सामूहिक आपदा प्रबन्धन कार्यक्रम के दौरान एनडीआरएफ की 11वीं बटालियन के जवानों द्वारा प्रतिभाग किया गया। सरयू नदी के तट पर स्थित नब्बेघाट व गौरा पिपरा में उप जिलाधिकारी मिहींपुरवा कुॅवर वीरेन्द्र मौर्य की अध्यक्षता में आयोजित दो दिवसीय जागरूकता कार्यक्रम के दौरान एनडीआरएफ की 11वीं बटालियन के कमांडेंट आलोक कुमार सिंह के निर्देशन में इंस्पेक्टर संजीव कुमार के साथ अन्य 11 जवानों ने लोगों को आपदा से बचाव तथा प्राथमिक चिकित्सा के बारे में उपयोगी जानकारी प्रदान की।
सामूहिक आपदा प्रबन्धन कार्यक्रम के दौरान एनडीआरएफ की टीम ने मौजूद सैकड़ों ग्रामवासियों को बाढ़ अग्निकांड, भूकम्प, सर्पदंश, शार्ट सर्किट, पानी में डूबने, हार्ट अटैक, आपदा के समय होने वाली परेशानियों, प्राथमिक उपचार तथा आम ज़रूरत के सामानों से बचाव के उपकरण तैयार करने के बारे में जानकारी प्रदान की। कार्यक्रम के दौरान लोगों को कृत्रिम स्ट्रेचर, कृत्रिम रूप में पीड़ित व घायल को साॅस देने, हड्डी टूटने तथा विभिन्न प्रकार के ज़ख्मों पर पट्टी बांधने के बारे में बताया गया।
इस अवसर पर इंस्पेक्टर संजीव कुमार ने लोगों को सुझाव दिया कि बाढ़ आने से पूर्व अपनी तैयारी कर लें। इसके लिए सूखे भोज्य पदार्थ, मोमबत्ती, इमरजेन्सी लाईट, आवश्यक दवा व पट्टी इत्यादि ऐसे सामान जो आपको आपदा के समय मदद कर सकें, उन्हें एक किट के रूप में बाॅध लें ताकि आपदा के समय कीमती समय नष्ट न होने पाये। उन्होंने सुझाव दिया कि बाढ़ की सूचना प्राप्त होते ही तत्काल प्रभावित क्षेत्र को छोड़ कर सुरक्षित स्थान पर चले जाएं तथा सुरक्षा कर्मियों व बचाव में लगे लोगों की बातों का अनुश्रवण करें।
कार्यक्रम के दौरान उप जिलाधिकारी कुॅवर वीरेन्द्र मौर्य ने लोगों को अग्निकांड से बचाव के बारे में ज़रूरी टिप्स देते हुए कहा कि गर्मी के मौसम में आग को खुले स्थान पर न छोड़ें, फूस से बने मकानों में रहने वाले चूल्हा जलाने से पहले अपने पास पानी से भरे बर्तन अवश्य रख लें। इस अवसर पर संस्था के डायरेक्टर फादर मेल्विन, विमला, फादर राबर्ट, सिस्टर पुलिन, मिलीना, इमिलियाना, प्रकाश कुमार व जय नारायण सहित तहसील के अन्य कार्मिक मौजूद रहे