भाजपा नेताओं को अपने दो सांसदों वाले दिन नहीं भूलने चाहिए – श्रीप्रकाश जायसवाल
शबाब ख़ान
लखनऊ: पूर्व केंद्रीय मंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल ने भाजपा नेताओं पर निशाना साधते हुए कहा कि उनको अपने दो सांसदों वाले दिन नहीं भूलने चाहिए। उन्होंने प्रदेश में गठबंधन की सरकार बनने का दावा करते हुए कहा कि विधानसभा चुनाव के बाद देश की राजनीति को नई दिशा मिलेगी। मुख्यालय में पूर्व प्रदेश अध्यक्ष श्रीप्रकाश जायसवाल ने गृहमंत्री राजनाथ सिंह द्वारा गठबंधन को लेकर दिए बयान की भत्र्सना करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री व उनके नेताओं को बयानबाजी में मर्यादाओं का ध्यान रखना चाहिए। उन्होंने केंद्र सरकार की नीतियों खासकर नोटबंदी के फैसले की भत्र्सना करते हुए कहा कि जनता चुनाव में उन्हें सबक सिखाने को तैयार है। बता दे कि राजनाथ सिंह ने व गठबंधन को माइनस जमा माइनस बराबर माइनस कहते हुए खारिज किया था। श्रीप्रकाश का कहना था कि चुनाव में हार जीत होती रहती है। अभी सीमाएं न लांघे और अपने उन दिनों को भी न भूले जब उनके केवल दो सांसद ही होते थे। सपा व कांग्रेस गठजोड़ को वक्त की जरूरत बताते हुए उन्होंने कहा कि इससे देश की राजनीति को नई दिशा मिलेगी। टिकट बंटवारे को लेकर विवाद के सवाल पर श्रीप्रकाश का कहना था कि कुछ स्थान पर मतभेद है। इसको जल्द सुलझा दिया जाएगा। उन्होंने अपने भाई द्वारा कराए गए नामांकन को वापस लेने की जानकारी भी दी।
तालिब कांग्रेस में शामिल
राष्ट्रवादी कांग्रेस के कार्यवाहक प्रदेश अध्यक्ष तालिब अली ने अपने समर्थकों समेत फजले मसूद की मौजूदगी में कांग्रेस में शामिल होने की घोषणा की। प्रदेश उपाध्यक्ष व ज्वाइनिंग प्रभारी मदनमोहन शुक्ला ने प्राथमिक सदस्यता दिलायी।
इस बीच पूर्व केंद्रीय मंत्री व कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी गुलाम नबी आजाद ने कहा कि सपा-कांग्रेस गठबंधन प्रदेश के साथ देश में भी विकास की इबारत लिखेगा। नया इतिहास बनाना है, इसलिए दोनों दल एक हुए हैं। प्रदेश के लोगों को एकजुट होकर इस नई जोड़ी को कामयाब बनाना है। सम्भल के बहजोई के गांव सादातबाड़ी की जनसभा में कहा कि कांग्रेस-सपा में राजनीतिक मतभेद थे। फिर भी देश और प्रदेश के विकास की खातिर गठबंधन किया। पांच माह से नोटबंदी के कारण हर वर्ग के लोग परेशानी झेल रहे हैं। किसान बीज, खाद नहीं खरीद पाया तो मजदूर को काम नहीं मिला। घरों में महिलाओं द्वारा बचाकर रखा गया पैसा प्रधानमंत्री को काला धन लगा। आजाद ने लोगों को सचेत किया कि किसी के बहकावे में न आएं। जातिवाद-धर्मवाद के फेरे में न पड़े। प्रधानमंत्री मोदी पर तंज कसते हुए कहा कि वह जिस प्रकार नेहरू, इंदिरा, राजीव, सोनिया, राहुल, मनमोहन ङ्क्षसह की ङ्क्षनदा करते हैं इससे उनका कद गिर जाता है। प्रधानमंत्री सपना देखते हैं और उसका एलान कर देते हैं। इसी का नतीजा नोटबंदी है