उफ़ ये सियासत और रवादारी
आफ़ताब फारूकी
बुलंदशहर । खुर्जा में हुए रालोद प्रत्याशी मनोज गौतम के भाई विनोद गौतम और उसके साथी सचिन की हत्या का राजफाश पुलिस ने बुधवार सुबह कर दिया। चुनाव में राजनीतिक लाभ लेने के लिए ही प्रत्याशी मनोज गौतम ने ही अपने भाई और उसके साथी की हत्या कराई थी। रालोद प्रत्याशी को गिरफतार कर लिया गया है। एसएसपी सोनिया सिंह ने बताया कि प्रवेंद्र की योजनानुसार मनोज ने भाई को घटनास्थल पर बुलाया था। मनोज वहां खुद नहीं पहुचा था। प्रवेंद्र और फिरोज योजनानुसार घटना स्थल पर पहुंचे दोनों की हत्या प्रत्याशी की लाइसेंसी पिस्टल से कर दी। इस दौरान मनोज लगातार दोनों आरोपियों के संपर्क में था।
बकौल, पुलिस मनोज गौतम पर चुनाव लड़ते लड़ते 4 से 5 करोड़ रूपए का कर्ज हो गया था। अगर वह चुनाव नहीं जीतता तो आत्महत्या करने की स्थिति में था। मनोज गौतम को परवेंद्र ने सलाह दी कि अगर वह परिवार में से किसी कि हत्या करा दे तो वह राजनैतिक सहानूभुति बटोर सकता है। पिछले पांच दिनों से मनोज गौतम, परवेंद्र और फिरोज मर्डर की योजना बना रहे थे। केवल किसी एक भाई को मारने की योजना बनाई गई थी। सोमवार को रालोद महासचिव जयंत चौधरी की सभा के बाद कार्यालय पर मौजूद मंझले भाई विनोद को ही शिकार बना लिया। इस दौरान विनोद का साथी सचिन के साथ जबरन उसकी गाड़ी में बैठ गया था।
इस कारण आरोपियों ने उसकी भी हत्या कर दी। दोनों के शव मंगलवार को बरामद हुए थे। पुलिस ने घटना में प्रयुक्त लाइसेंसी पिस्टल व मृतकों के फोन बरामद कर लिए हैं। मनोज गौतम और हत्यारोपियों के बीच हुई बातचीत की रिकार्डिंग भी पुलिस ने कब्जे में ले ली है। उधर, आरोपी प्रत्याशी मनोज ने आरोप लगाया कि एक बसपा प्रत्याशी ने उसे फंसाने की साजिश रची है। वहीं पुलिस ने आरोपी मनोज व फिरोज को गिरफ्तार कर लिया है। साथ ही फरार तीसरे आरोपी परवेंद्र की तलाश में लगातार दबिश दी जा रही है।