ब्लॉक के नगवा गांव में 12 लाख 62 हजार का सबसे बड़ा घोटाला पकड़ा गया
यशपाल सिंह
मऊ : सरकार के तमाम प्रयासों के बावजूद ग्राम पंचायतों में अनियमितता पर लगाम नहीं लग रही है। हालांकि विकास विभाग के अधिकारी व प्रशासन शुचिता के दावे तो आए दिन करता हैं परंतु प्रशासन आंख मूंद कर मौन सहमति देता है। इसी का नतीजा रहा रतनपुरा ब्लाक के नगवां गांव का मामला। जहां ग्राम पंचायत मनरेगा, राज्यवित्त व 14वें वित्त में अनियमितता दर अनियमितता की गई। गांव के परमात्मानंद ¨सह की शिकायत पर डीसी मनरेगा व एई डीआरडीए ने जांच की तो 12.62 लाख रुपए का गोल माल पकड़ा है
रतनपुरा विकास खंड के नगवां ग्राम पंचायत में घोटाले का आरोप लगाते हुए परमात्मानंद ¨सह सहित ग्रामीणों ने प्रशासन से जांच की मांग की। बहुत दिन तक प्रशासन इस मामले को लटकाता रहा परंतु इसी बीच यह मामला प्रभारी मंत्री नंदगोपाल गुप्ता उर्फ नंदी के दरबार में पहुंचा तो प्रभारी मंत्री ने जांच कर कार्रवाई के निर्देश दिए। इसके बाद डीसी मनरेगा तेजभान ¨सह व एई डीआरडीए की जांच समिति बनी। जब जांच कमेटी मौके पर पहुंचकर जांच की तो पाया कि मनरेगा के तहत व्यक्तिगत पोखरी के खोदाई के नाम पर लाखों डकारे गए हैं। इसी तरह इंटरला¨कग में मानक के अनुरूप कार्य न होना, नाला खोदाई में अनियमितता व खडंजा मरम्मत में भी धांधली पाई गई। इस पर जांच समिति ने पूरी रिपोर्ट तैयार कर ली है। इसमें ग्राम प्रधान, गांव के सेक्रेटरी व तकनीकी सहायक से 12.62 लाख की वसूली की जाएगी