मंडोला के किसान निकालेंगे समाधान मार्च, प्रधानमंत्री को सौंपेंगे ज्ञापन
सरताज खान
गाजियाबाद / उत्तर प्रदेश आवास विकास परिषद की मंडोला विहार योजना के अधिग्रहण से प्रभावित 6 गांव के किसान आगामी 27 मई को अपनी मांगों को लेकर समाधान मार्च निकालेंगे। ग्रामीण खेकड़ा में प्रधानमंत्री की सभा स्थल पर पहुंच कर अपनी मांगों से संबंधित ज्ञापन भी सौपेंगे। इसको लेकर किसान नेताओं ने अधिग्रहण से प्रभावित गांवों में जनसंपर्क किया।बता दें उत्तर प्रदेश आवास विकास परिषद की मंडोला विहार परियोजना के अधिग्रहण से प्रभावित अगरोला, मंडोला नानू, नवादा व मिलक बामला आदि 6 गांवों के किसान 2 दिसंबर 2016 से अपनी विभिन्न मांगों को लेकर मंडोला गांव में धरने पर बैठे हुए हैं। धरनारत किसानों का आरोप है कि उत्तर प्रदेश आवास विकास परिषद ने उनकी जमीन का अधिग्रहण असंवैधानिक तरीके से किया है।
उनकी मांग है की उन्हें भूमि अधिग्रहण अधिनियम 2013 के समस्त लाभ मिलना चाहिए। इस मांग को लेकर वह जनवरी से लेकर फरवरी तक कड़कड़ाती सर्दी में 2 महीने तक अर्धनग्न रहकर प्रदर्शन भी कर चुके हैं।किसानों का कहना है कि इतना सब कुछ होने के बावजूद भी उनकी मांगों की ओर शासन-प्रशासन और जनप्रतिनिधियों द्वारा कोई ध्यान नहीं दिया गया। अब वह अपनी मांगों के लिए आगामी 27 मई को मंडोला गांव स्थित धरना स्थल से खेकड़ा में आयोजित होने वाली प्रधानमंत्री की सभा तक समाधान मार्च निकालेंगे। इसके बाद अपनी मांगों से संबंधित ज्ञापन भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सौंपेंगे। किसानों का कहना है कि वह प्रधानमंत्री से उनकी मांगों का जल्द समाधान करने की गुहार लगाएंगे। इसको लेकर शुक्रवार को किसानों प्रतिनिधियों ने अधिग्रहण से प्रभावित गांव में किसानों से जनसंपर्क कर ज्यादा से ज्यादा संख्या में समाधान मार्च में भाग लेने की अपील की। किसान प्रतिनिधि नीरज त्यागी ने बताया कि समाधान मार्च का नेतृत्व किसान नेता मनवीर तेवतिया करेंगे। इसका निर्णय धरनारत किसानों ने सर्वसम्मति से लिया है। नीरज त्यागी का कहना था कि समाधान मार्च शांतिपूर्वक तरीके से निकाला जाएगा। सभा से वापस लौटकर धरना स्थल पर भंडारे का आयोजन भी रखा गया है। शुक्रवार को धरने पर मुख्य रुप से सैकड़ों की संख्या में महिला और पुरुष मौजूद रहे।