“मथुरा में बरसे राहुल”- नोट बंदी पर पीएम को घेरा, कहा प्रदेश के विकास के लिए भाजपा को सबक सिखाएँ
सिर्फ उन्हीं पचास लोगों के लिए 1 लाख दस हजार रूपए दे दीजिये। और जबकि यही रूपए से लाखों बेरोजगार युवा अपना रोजगार लगाकर प्रदेश में खुशहाली ला सकते थे। लेकिन मोदी जी की सोच है कि “गरीबों से खींचो और अमीरों को सींचो”। वहीं नोटबंदी पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि, “पहले कहा कालेधन के लिए नोटबंदी की, जब सारा पैसा वापस आ गया तो फिर बोले की नकली नोट पर लगाम कसने के लिए नोटबंदी की और बोले की आतंकवाद पर लगाम लगाने के लिए नोटबंदी की, मगर आतंकियों से जब दो हजार के नोट मिले तो बोले की ये नोटबंदी कैशलैस करने के लिए की गयी थी। बजट पर बोलते हुए कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा कि सरकार ने लाइन में लगने वालों को कोई राहत नहीं दी है। बजट में आम लोगों के लिए कुछ नहीं किया गया है। अब समय आ गया है जब आप लोग उन्हें सबक सिखायें। भाजपा सरकार देश को विभाजित करने की राजनीति करती है। हमें एक होना है। कांग्रेस जोडने की राजनीति करती है, आप उन्हें सबक सिखा दीजिए। वहीं राहुल ने कहा की जब में किसानों के लोन माफ़ी के लिए उनके पास गया तो उन्होंने मौन धारण कर लिया (उन्होंने मौन रखकर मोदी की नक़ल भी की )। और राहुल ने कहा की प्रदेश में हमारी सरकार आते ही यहाँ बेरोजगार और किसानों के लिए नई योजनाए लायेंगे।