ससुर की बदनीयती से तंग आकर महिला ने दो बच्चों के साथ आत्मदाह करने का किया प्रयास
यशपाल सिंह
आजमगढ़ : ससुर की बुरी हरकतों व परिजनों की पिटाई से तंग आकर तहबरपुर क्षेत्र की 45 वर्षीया महिला इंसाफ के लिए बुधवार को कलेक्ट्रेट स्थित मेहता पार्क में दो बच्चों संग धरने पर बैठ गई। महिला की जब सुनवाई नहीं हुई तो उसने आत्मदाह का प्रयास किया। उसी दौरान सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के कार्यकर्ता भी आ गए जिनकी तत्परता से महिला व उसके दोनों बच्चों की ¨जदगी बच गई।
तहबरपुर निवासी पीड़ित महिला के तीन बच्चों में दो पुत्र व एक पुत्री हैं। पुत्री की शादी हो चुकी है। महिला का कहना है कि उसके पति की गांव में सरकारी खाद्यान्न का कोटा है। ससुर निजामाबाद तहसील में अधिवक्ता हैं। महिला का आरोप है कि उसकी देवरानी से पति का अवैध संबंध है जिसके चलते पति ने उससे दस साल पूर्व ही अपना संबंध तोड़ लिया है। पति के खिलाफ उसने कोर्ट में मुकदमा दायर किया है, जो लंबित चल रहा है। वह अपने दो बच्चों को लेकर ससुराल में रहती है। वह किसी तरह से अपना व बच्चों का गुजर बसर कर रही है। पति के संबंध तोड़ने के बाद से ही उसके ससुर उस पर बुरी नजर रखने लगे। ससुर ने कई बार बहू से शादी करने का प्रस्ताव भी रखा, प्रस्ताव को बहू ने ठुकरा दिया। इसके बाद से ही ससुर उसके साथ आए दिन छेड़खानी व दुराचार का प्रयास करने लगे। उसने थाने पर भी कई बार शिकायती प्रार्थना पत्र दिया, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। मंगलवार की रात को वह अपने दोनों बच्चों संग घर में सो रही थी। सोते समय रात को ससुर ने उसके साथ दुराचार का प्रयास किया। प्रतिरोध करने पर परिवार के लोगों ने उसे मिलकर बुरी तरह से मारापीटा। बुधवार को सुबह वह कलेक्ट्रेट आई और मेहता पार्क में दोनों बच्चों संग इंसाफ के लिए धरने पर बैठ गई। धरने मिट्टी का तेल डालने जा रही थी।