समर्थको की भारी भीड़ के साथ चन्द्रप्रकाश ने दाखिल किया नामांकन
मंत्री शंखलाल मांझी ने भी जलालपुर से भरा पर्चा
अनंत कुशवाहा
म्बेडकरनगर। नामांकन प्रक्रिया शुरू होने के तीसरे दिन कलेक्टेªट पर सरगर्मी बढ़ गयी। अकबरपुर विधानसभा क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी चन्द्रप्रकाश वर्मा एवं जलालपुर विधानसभा क्षेत्र से सपा प्रत्याशी शंखलाल मांझी ने नामांकन पत्र दाखिल किया। नामांकन के दौरान आने वाली भीड़ को रोकने के लिए कलेक्टेट के पहले से ही बैरिकेटिंग कर दी गयी थी। कलेक्टेªट के सामने प्रवेश द्वार पर व आस-पास भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया था।
चन्द्रप्रकाश वर्मा ने पार्टी सांसद हरिओम पांडेय व जिलाध्यक्ष शिवनायक वर्मा के मौजूदगी में अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। वहीं सपा प्रत्याशी शंखलाल मांझी ने जिलाध्यक्ष हीरालाल यादव, मंत्री अहमद हसन, विधायक अजीमुलहक पहलवान, भीमप्रसाद सोनकर व अन्य पार्टी नेताओं की मौजूदगी में नामांकन दाखिल किया। वर्ष 2012 की तरह इस बार भी शंखलाल मांझी चन्द मिनट शेष रहने पर कलेक्टेªट पहुंचे और दौड़ते हुए जाकर अपना नामांकन पत्र भरा। जलालपुर से भी मौलिक अधिकार पार्टी की प्रत्याशी प्रमिला बौद्ध ने भी अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। कटेहरी से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में जुरगाम मेंहदी ने नामांकन पत्र दाखिल किया।
चन्द्रप्रकाश वर्मा का नामांकन जुलूस मालीपुर मार्ग पर स्थित उनके चुनाव कार्यालय से निकाला गया। समर्थको की भारी भीड़ के साथ लोगों का अभिवादन करते हुए चन्द्रप्रकाश पैदल ही अपने कार्यालय से कलेक्टेªट के लिए रवाना हुए। उन्होने रास्ते में जगह-जगह रूक कर लोगों का अभिवादन किया। भारी भीड़ के चलते जिला मुख्यालय पर जाम की स्थिति उत्पन्न हो गयी। लोगों को जुलूस के पीछे-पीछे चलने को मजबूर रहना पड़ा। कलेक्टेªट पहुंचने पर पार्टी कार्यकर्ताओं और समर्थको को बाहर ही रोक दिया गया। अपने चुनाव प्रस्तावको के साथ नामांकन कक्ष में पहुंचकर चन्द्रप्रकाश वर्मा ने अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। समर्थको की भारी भीड़ के साथ नामांकन दाखिल कर चन्द्रप्रकाश वर्मा ने अपनी ताकत का एहसास करा दिया है।
प्रशासन पर पक्षपात का आरोप
अम्बेडकरनगर। भाजपा सांसद हरिओम पांडेय ने नामांकन के दौरान प्रशासन की भूमिका पर सवाल खड़ा किया है। उन्होने आरोप लगाया कि अकबरपुर विधानसभा क्षेत्र से चन्द्रप्रकाश वर्मा के नामांकन के दौरान पहुंचे भाजपाईयों को प्रशासन ने रोक लिया जबकि सपा प्रत्याशी शंखलाल मांझी के साथ आये सपाईयों को पहले ही कलेक्टेªट के अंदर घुसा दिया गया। ऐसा तब किया गया जब सपा प्रत्याशी नामांकन के लिए कलेक्टेªट ही नहीं पहुंचे थे।