कोटेदार की दबंगई : दो दो महीने बाद बांटा जाता है राशन।
अन्जनी राय
राशन बेचते हुए पकङा गया कोटेदार, कार्रवाई न होने पर ग्रामीणों ने दी तहसील में प्रदर्शन करने की चेतावनी।
बलिया : बेल्थरारोड तहसील क्षेत्र में इस समय राशन की कालाबाजारी जोरो से चल रही है इसे कोई रोकने वाला नहीं है। यहां खुलेआम गरीबों के पेट पर लात मारी जा रही है लेकिन प्रशासन के कान पर जूं तक नहीं रेंग रहा है। मामला बिल्थरारोड तहसील क्षेत्र के शाहपुर अफगां गांव से संबंधित है। यहां के कोटेदार द्वारा मनमानी ढंग से राशन उठाकर चोरबाजारी में बेच देना और दो- दो तीन – तीन महीने में एक बार राशन व मिट्टी का तेल बांटना कोटेदार की फितरत में है।
राशन का चोर बाजारी कर बेचने का मामला उस समय प्रकाश में आया जब दिनांक 02.02.17 दिन गुरुवार को शाम लगभग आठ बजे के करीब कोटेदार रामबिलास बिंद गांव के ही एक दुकानदार जयशरण बिंद को सात बोरी गेहूं बेच दिया। दुकानदार जयशरण गेंहू खरीदकर ठेला व साईकिल से अपने घर ले जा रहा था उसी समय गांव की ही महिला कल्याण समिति की अध्यक्ष सरस्वती देवी पत्नी स्व. भृगु नाथ की नजर पङ गई उसने तुरंत ठेला और साईकिल रुकवा दिया और दुकानदार से पूछा यह गेहूँ कहा से खरीद कर ला रहे हो तो दुकानदार ने कहा कोटेदार रामबिलास बिंद के यहाँ से ला रहा हूँ इस पर गांव की महिलाएं और पुरुष इकट्ठा हो गए और गेहूं रुकवा कर एक व्यक्ति के यहाँ रखवा दिया। सुबह सरस्वती देवी ने अधिकारियों को सूचना दिया लेकिन किसी अधिकारी के मौके पर नहीं पहुंचने पर 100 नंबर डायल किया तो 100 नंबर गाड़ी लेकर अशोक कुमार राय पहुंच गए महिलाओं और गांव वालों से पूछ ताछ कर S.D.M से बात करके उस गेहूँ की बोरी को एक व्यक्ति के सुपुर्द में रखवा दिये। इस बाबत एसडीएम ने कहा कि सप्लाई इंस्पेक्टर द्वारा मौके का जांच करके कोटेदार के खिलाफ कार्रवाई किया जाएगा।
इस दौरान पत्रकारों द्वारा पूछे जाने पर महिला कल्याण समिति के अध्यक्ष सरस्वती देवी के साथ गांव की महिलाएँ व पुरुषों ने कहा इस गांव के कोटेदार द्वारा 1200 लोगों का राशन व मिट्टी के तेल उठाया जाता है लेकिन दो तीन महीने बाद कदा कंचित लोगों को राशन मिलता है और कम तौल व मानक के हिसाब से किसी को राशन नहीं मिलता है साथ मानक मूल्य से अधिक मूल्य भी लिया जाता है। इस दौरान महिला कल्याण समिति की अध्यक्ष ने कहा कोटेदार को निलंबित कर खाद्य अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया जाए अन्यथा अगर ऐसा नहीं हुआ तो हम ग्रामीणों द्वारा तहसील पर जाकर धरना प्रदर्शन किया जाएगा ।