टेस्ट ट्यूब बेबी मुद्दा – मीसा भारती का तंज कहा हिन्दू धर्म की रक्षा करने वाले भाजपा आईटी सेल कहा है
अनुपम राज
दिनेश शर्मा का सीता माता हेतु दिया गया बयान विपक्ष को हमलावर करने में मददगार साबित हो रहा है। इस दौरान भाजपा के नेता और समर्थक दोनो मौन धारण किये है। उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा के उस बयान की अब चारो तरफ आलोचना हो रही है, जिसमें उन्होंने कहा था कि मां सीता का जन्म घड़े से हुआ था. यह टेस्ट ट्यूब बेबी प्रक्रिया है. सोशल मीडिया पर उनके इस बयान की खूब आलोचना हो रही है. तो वहीं दूसरी तरफ इस पर राजनीति भी शुरू हो गई है. राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद की बड़ी बेटी और राज्यसभा सांसद मीसा भारती ने ट्वीट कर दिनेश शर्मा पर करार व्यंग किया है. साथ ही बीजेपी को भी निशाने पर लिया है.
क्या कहा मीसा भारती ने ट्वीट कर
मीसा भारती ने ट्वीट कर लिखा है कि सीता टेस्ट ट्यूब बेबी थीं ये यूपी के उपमुख्यमंत्री का कहना है. इस पर उन्होंने तंज किया कि और सतयुग में IVF के लिए petri dish का निर्माण रामसेतु के समीप स्थित Sterlite के कारखाने में होता था और चिकित्सालयों में Petri dish को पुष्पक विमान द्वारा पहुँचाया जाता था!
इतना ही नहीं एक दूसरे ट्वीट में मीसा भारती ने बीजेपी आईटी सेल पर भी जमकर निशाना साधा. उन्होंने लिखा कि आश्चर्यजनक है कि रोज़ सोशल मीडिया पर हिन्दू धर्म की रक्षा करने वाले BJP IT सेल के दिहाड़ी मज़दूरों को सीता जी को लेकर उ०प्र० डिप्टी सीएम के अशोभनीय बयान पर आज खून नहीं खौला! शायद खून खौलवाने का आदेश नहीं मिला!
बता दें कि दिनेश शर्मा के इस बयान पर बवाल मचने के बाद अब बीजेपी पार्टी नेतृत्व ने भी एक्शन लिया है. बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के निर्देश पर पार्टी महासचिव भूपेंद्र यादव ने दिनेश शर्मा से बात की. पार्टी की तरफ से दिनेश शर्मा को इस तरह के मुद्दे पर संभल कर बयान देने की सलाह दी गई है. गौरतलब है कि इस बयान के आने के बाद से ही सोशल मीडिया पर दिनेश शर्मा को ट्रोल किया जा रहा था.
दरअसल, मथुरा में हिंदी पत्रकारिता दिवस के एक कार्यक्रम में संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि सीता जी का जन्म मिट्टी के बर्तन से हुआ था, यानी उस समय भी टेस्ट ट्यूब से बच्चे पैदा करने का कॉन्सेप्ट था. दिनेश शर्मा ने कहा कि सीता जी भी टेस्ट ट्यूब बेबी हो सकती हैं. उन्होंने कहा, ‘रामायण काल में माता सीता का जन्म एक मिट्टी के बर्तन यानी घड़े से हुआ था, यानी रामायण के समय में टेस्ट ट्यूब बेबी की तकनीक रही होगी.’