एक बार फिर बाघ की दहशत से दहला जिला, बाघ के हमले से दो ग्रामीण हुये घायल
फारूख हुसैन
लखीमपुर खीरी// अभी जिले में बाघ की दहशत लोगों के दिलों से निकल भी नहीं पायी थी कि एक बार फिर बाघ द्वारा दो ग्रामीणों पर हमला कर घायल करने से एक बार फिर लोगो में बाघ की दहशत को ताजा कर दिया है । जी हां आपको बता दे कि पिछली बार के वनराज द्वारा ग्रामीणों पर ताबड़ तोड़ हमला कर मौत के घाट को उतारने का सिलसिला पूरी तरह से थम भी नहीं पाया था कि एक बार फिर जिले के निघासन में ताबड़तोड हमला कर दो ग्रामीणों को गंभीर रूप से घायल कर दिया । इस कारण लोगों में दहशत के साथ साथ आक्रोश भी भर दिया है और इसी तरह के आक्रोश के चलते बीते दिनो बाघ द्वारा लगातार हमले को देखते हुए ग्रामीणों ने बाघ को खेतों में घेरकर गंभीर रूप से घायल कर दिया था ।
फिलहाल बाघ के हमले का यह पूरा मामला लखीमपुर खीरी जिले के कोतवाली निघासन के गांव बलदेव पुरवा का है जहां पर खेतों में बाघ को विचरण करते हुए देखा गया जिसकी सूचना ग्रामीणों ने वन विभाग को दी सूचना मिलने पर वन विभाग के कर्मचारी मौके पर पहुचें जहां कर्मचारी ग्रामीणों की मदद से बाघ के पगचिन्हों के आधार पर गन्ने के खेत के अंदर चले गये ।परंतु उनको गन्ने के खेत के अन्दर पहुचतें ही खेत में घात लगाये बैठे बाघ ने वनविभाग के कर्मचारी के साथ खेत में गये ग्रामीण राम किशोर वर्मा पर हमला कर दिया। हमला होने से रामस्वरूप चीखने लगा उसकी चीख की आवाज सुनकर वहां एक दूसरा ग्रामीण रामस्वरूप भी पहुंच गया परंतु बाघ ने वहां से भागने के बजाये रामस्वरूप पर भी हमला कर दिया जिसमें राम किशोर वर्मा गंभीर रूप से घायल हो गए।
घायलों को आनन फानन में प्रशासन की मदद से निघासन सीएचसी लाया गया जिसमें रामकिशोर की हालत गंभीर देखते हुए डॉक्टरों ने उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया और मौके पर पहुंची वन विभाग व पुलिस प्रशासन की टीम के करीब चार घंटे के बाद डीएफओ अनिल पटेल लखीमपुर मौके पर पहुंचे और उन्होने घटनास्थल का जायजा लिया। उधर बाघ को चारों तरफ से ग्रामीण व पुलिस प्रशासन ने चारों ओर से घेर लिया है परंतु खबर भेजे जाने तक अभी तक प्रशासन बाघ को पकड़ने में नाकाम रहा। उधर डीएफओ अनिल पटेल से जब हमारे संवाददाता ने बात की तो अनिल पटेल ने बताया कि हमने 2 टीमें गठित की है जो दोनों गांव के बीच में रहेंगी हम जल्द ही बाघ को पकड़ेंगे.