पीसीएस (मुख्य) परीक्षा 2015 – सीबीआई जाच में हो सकते है बड़े खुलासे
कनिष्क गुप्ता
इलाहाबाद । पीसीएस (मुख्य) परीक्षा 2015 की उप्र लोकसेवा आयोग से मिली मूल कॉपियां बड़े राज खोल रही हैं। कॉपियों के परीक्षण में सीबीआइ को जानकारी मिली है कि आयोग की ओर से कराई गई पीसीएस 2015 परीक्षा पूरी तरह से ‘फिक्स’ थी। जिन अभ्यर्थियों के चयन में गड़बड़ी पाई गई है उनकी उत्तर पुस्तिकाओं में प्रश्नावली को हल करने के क्रम कई चयनितों की कॉपियों में एक जैसे मिले। यानी पांच प्रश्नों में अभ्यर्थियों को कौन-कौन से तीन प्रश्नों के उत्तर लिखने हैं यह पूर्व नियोजित था।
पीसीएस 2015 परीक्षा में गड़बड़ी
आयोग से पांच साल के दौरान हुई सभी भर्तियों में सीबीआइ को सबसे अधिक शिकायत पीसीएस 2015 परीक्षा में गड़बड़ी को लेकर मिली है। नौ हजार से अधिक शिकायतें सीबीआइ ने पंजीकृत की है लेकिन, इनमें पीसीएस 2015 के अलावा अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं व सीधी भर्ती से भी हुए चयन में गड़बड़ी के प्रकरण हैं। अप्रैल-मई में सीबीआइ ने आयोग से पीसीएस 2015 मुख्य परीक्षा की मूल कापियां मांगी थीं, जिनमें आयोग काफी संख्या में रिकॉर्ड सीबीआइ को सौंप चुका है। इन कॉपियों का सीबीआइ अधिकारी परीक्षण कर रहे हैं। पिछले दिनों जांच अधिकारियों को इससे मिली एक अहम जानकारी चौंकाने वाली है।
मॉडरेशन में नंबर बढ़ाकर दिए
कॉपियों में कई चयनितों की ओर से दिए गए उत्तरों के क्रम एक जैसे मिले। कई चयनितों के उत्तरों में उलझाव था फिर भी मॉडरेशन में उन्हें नंबर बढ़ाकर दिए गए। सीबीआइ अधिकारियों को इससे संदेह हुआ है कि परीक्षा में गड़बड़ी पूर्व नियोजित थी। हालांकि इसे अभी आशंका के तौर पर देखा जा रहा है कि अभ्यर्थियों को निर्देश दिये गए होंगे कि उन्हें कौन-कौन से प्रश्न हल करने हैं। सूत्रों के अनुसार सीबीआइ अफसर यह भी पता लगाने में जुटे हैं कि जिन चयनितों की कॉपियों में उत्तर क्रम एक जैसे हैं उन्हें अंतिम बार किसने जांचा और कॉपियों को आगे पास किया।