बाल अधिकार हनन पर हुआ मंथन
यशपाल सिंह
आजमगढ़। स्वैच्छिक संस्था ग्रामीण पुनर्निर्माण संस्थान द्वारा मंगलवार को बाल अधिकार एव़ं शिक्षा विषय पर जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इसमें बाल अधिकार, शिक्षा और बाल अधिकार के हनन को रोकने के लिए जन सहयोग जरूरी बताया गया। इस दौरान गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के माध्यम से प्राइमरी स्कूलों में बच्चों के नामांकन व ठहराव पर व्यापक चर्चा की गयी।
जायवती ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में बच्चों के अधिकारों का हनन कत्तई बर्दास्त नही किया जायेगा। इसके लिए आजमगढ़ की बाल कल्याण समिति पूरी तरह सीसीआरडी फोरम के साथ खड़ी है। बाल कल्याण समिति के पूर्व अध्यक्ष भवेश मिश्र ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र महासभा में किये गये समझौते के अनुसार भारत में रहने वाले हर बच्चे का अधिकार सुनिश्चित करना सरकार की जिम्मेदारी है, चाहे वह शरणार्थी ही क्यूँ न हो।
ग्रामीण पुनर्निर्माण संस्थान के सचिव राजदेव चतुर्वेदी ने कहा कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य जिले की स्वैच्छिक संस्थाओं, शिक्षाविद, विद्यालय प्रबन्ध समिति के सदस्यों व बाल कल्याण समिति के साथ मिलकर जिला स्तर पर एक सीसीआरडी फोरम का गठन करना है ताकि आजमगढ़ जिले में बाल अधिकार व शिक्षा से सम्बन्धित अधिकारों के हनन को रोका जा सके। अमरनाथ शर्मा ने कहा कि आज बेसिक शिक्षा के बारे में जनमानस में सकारात्मक छवि बनाने की जरूरत है, ताकि विद्यालय प्रबन्ध समितियों के सक्रिय होने के साथ-साथ शिक्षा की गुणवत्ता, नामांकन, छात्र उपस्थिति व ठहराव के प्रतिशत में वृद्धि हो सके।