दिग्विजय सिंह के कैमरे की नज़र से एक फोटो जिसे देख आपकी आंखे भर जाएगी
बिक गया ईमान और जमीर सो गया..
मेरे इस मुल्क को ये क्या हो गया..?
फुटपाथ पर वतन की निशानी करीब रख
न मिला कोई खरीददार, न झंडा ले जा सका कोई
देश के रहनुमाओं ये तुमको क्या हो गया ?
रोटी मिलेगी सपनों में,खुशिया मिलेगी अपनों में
ये सोच-सोच कर एक बच्चा इन्तजार में सो गया।
It is a shame on us