बड़ा सवाल – कैसे होंगे उत्तर प्रदेश में निष्पक्ष चुनाव
राजू आब्दी.
झाँसी। जहां एक ओर चुनाव आयोग यूपी में होने वाले 2017 विधानसभा चुनाव को निष्पक्ष और पारदर्शिता के साथ कराने का वादा कर रहा है तो वहीं उनके इन दावों पर सवाल उठ रहे हैं। यूपी के बुन्देलखण्ड के झांसी समेत कई ऐसे जनपद है जहां पिछले कई वर्षों से जिलाधिकारी और एसएसपी से लेकर थानेदार जमे हुए हैं। जिसकी बसपा समेत कई राजनैतिक दलों ने चुनाव आयोग से शिकायत की है। लेकिन अब तक इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया गया।
बुन्देलखण्ड के झांसी समेत यूपी के कई जनपदों में अखिलेश शासनकाल के जिलाधिकारी और एसएसपी समेत कई अधिकारी व थानेदार जमे हुए हैं। जिस कारण बसपा और भाजपा समेत अन्य राजनैतिक दलों को आशंका है कि कहीं यह अधिकारी यूपी में होने वाले 2017 विधानसभा चुनाव में कोई गड़बड़ी न करें। यदि सूत्रों की मानें तो झांसी में बसपा समेत कई राजनैतिक दलों ने इसकी शिकायत चुनाव आयोग से करते हुये जनपद के जिलाधिकारी, एसएसपी और थानेदारों और कई अधिकारियों के बदलाव करने की मांग की है।
मालूम हो कि आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद किसी भी अधिकारी या फिर कर्मचारी उसके स्थानान्तरण का अधिकार चुनाव आयोग के हाथ में चला जाता है। इसी कारण सीएम अखिलेश यादव ने आदर्श आचार संहिता लागू होने से पहले ही अपने-अपने चहेते अधिकारियों को जनपदों में बैठाया है।