अरे इ का – भाजपा के कार्यकर्ताओ ने अपने ही पार्टी के सांसद और जिलाध्यक्ष को बंधक बनाने का किया प्रयास
जावेद अंसारी/ अनुपम राज/यासमीन खान “याशी”
उत्तर प्रदेश के कई जिलों में बीजेपी टिकट के बाद विरोध का बिगुल बज चुका है। उसकी आंच अब अयोध्या -फैजाबाद तक आ गई है। यहा पर बहुत से पार्टी नेता दल बदलूओं को टिकट मिलने से धरना प्रदर्शन पर उतर आए है। आईए जानेे भाजपा में ये क्या हो रहा है। यहा पर टिकट बंटवारे के विरोध में पहले कार्यालय में ताला बंद हुआ। अमित शाह के अलावा अन्य नेताओं तक का पुतला फूंका गया। आज बीजेपी सांसद लल्लू सिंह व जिलाध्यक्ष अवधेश पाण्डेय को बंधक बनाने का प्रयास हुआ। उनको रस्सी से बांधकर बंधक रखा गया। अपने को अनुशासित पार्टी का दावा करने वाली भाजपा पिछले दो दिनों से संग्राम का केन्द्र बिन्दु बन गयी है। पिछले तीन से यह सब कुछ घट रहा है और भाजपा का केन्द्रीय नेतृत्व चुप्पी साधे बैठा है। टिकट वेद को मिलने से कुछ उनके पुराने विरोधी ही शायद पर्दे के पीछे से सब करवा रहे है।
ज्ञात हो कि आज दोपहर में तीन बजे भाजपा सांसद लल्लू सिंह, जिलाध्यक्ष अवधेश पाण्डेय बादल व युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष अखण्ड पाण्डेय डिम्पल के साथ भाजपा कार्यालय पहुंचे। भाजपा के कार्यालय मेन गेट पर टिकट का विरोध कर रहे लोगो ने ताला जड़ दिया। सांसद के समझाने पर उन्हे कार्यालय में प्रवेश दिया गया। सांसद लल्लू सिंह ने इसे शीर्ष नेतृत्व का मामला बताकर समझाने का प्रयास किया परन्तु इसका नतीजा लगातार विफल होता रहा। इसी बीच मौका निकाल कर सांसद लल्लू सिंह व जिलाध्यक्ष अवधेश पाण्डेय बादल को बंधक बनाने का प्रयास किया गया। हालांकि वे कुछ सेकेण्डो तक ही बंधक रहे सांसद के नाराज होन के बाद उन्हें खोल दिया गया। यह सारी ऐसी घटनाएं है जो जिला फैजाबाद में शायद पहली बार घटित हो रही है। आजकल चुनाव सिर पर है। इस प्रकार की घटनाएं पार्टी के प्रचार को नुकसान पहुंचा सकती है। इसके बाद भी केन्द्रीय नेतृत्व ने चुप्पी साध रखी है।
बहरहाल बीजपी में भगाबत पहले से तय थी। वेद गुप्त को टिकट मिलने से कुछ उनके पुराने विरोधी आग में घी डालने का काम कर रहे है। इससे पार्टी को नुकशान हो सकता है। वेद गुप्त ने कहा है कि यब मामला शांत हो जाएगा। हब सब एक है और सबके सहयोग से अयोध्या में बीजेपी को जीत हाशिल होगी। हम मिलकर प्रचार कर रहे है और सबका आर्शीबाद मिल रहा है। अयोध्या में बीजेपी की जीत तय है। इससे धबराकर कुछ लोग शाजिस रचवा रहे है। लेकिन पूरी अयोध्या में बीजेपी की ही लहर है और हमारी जीत तय है। यहा पर पांचवे चरण के 27 फरवरी को मतदान होगा और 11 मार्च को मतगणना।