भीषण गर्मी में प्यास से छटपटाकर मौत के मुंह में गया काला हिरण
कनिष्क गुप्ता
इलाहाबाद । यमुनापार के बड्डिहा गांव में शुक्रवार को दुर्लभ काले हिरण (ब्लैक बक) की मौत हो गई। मादा ब्लैक बक पानी की तलाश में गांव के नाले के पास पहुंच गया था। दूषित पानी पीने के वजह से उसकी जान चली गई। सूचना दिए जाने के बाद भी वन विभाग का कोई अफसर देर शाम तक मौके पर नहीं पहुंचा था। वन विभाग के प्राइवेट वाचर राम लखन यादव ने मृत हिरण को अपनी निगरानी में रखा है।
तीन दिन पहले बड्डिहा गांव स्थित चेकडैम के पास एक बारहसिंघा की मौत हो गई थी। वन विभाग के अफसरों ने उसे जमीन में गड़वा कर मामले को रफा दफा करा दिया था। मेजा में चांद खमरिया और महुली गांव में बड़ी संख्या में दुर्लभ काले हिरण पाए जाते हैं। पानी का समुचित इंतजाम नहीं होने की वजह से उनके सामने संकट की स्थिति है। गर्मी शुरू होने के पहले ही अफसरों को काले हिरणों के लिए साफ पानी की व्यवस्था के संबंध में आगाह किया गया था लेकिन, उदासीनता बनी रही। मेजा वन क्षेत्राधिकारी कार्यालय के जिम्मेदार इस संबंध में कुछ भी कहने से कतरा रहे हैं। इस साल बड़ी संख्या में काले हिरणों का पानी की तलाश में क्षेत्र से पलायन भी हो चला है।