खनन माफिया के कहर से पीडित किसान ने लगायी डायल 100 पर गुहार
फारुक हुसैन
पलियाकलाँ-खीरी। मामला कोतवाली क्षेत्र के शारदा तट के निकट बसे ग्रमीण अरुण कुमार का है जिनके खेत से खनन माफिया के गुर्गों जबरन रेत का अवैध खनन कर फसलों को भी नुकसान पहुँचा रहे थे तो वहीं किसान के विरोध पर उसे जानमाल की धमकी भी देते थे।
बकौल किसान कई बार कोतवाली जाकर शिकायत करने के बाद भी पुलिस ने आरोपी खनन माफिया एवं उदसके गुर्गों के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं की तो परेशानहाल किसान ने 100 पम्बर पर फोन करके अपनी आपबीती बताई किसान की शिकायत के बीस मिनट बाद ही मौंके पर पहुँची सौ नम्बर की गाडी को देखते ही मौंके पर खनन कर रहे दबंग आरोपी अपने वाहनों को लेकर खेतों की तरफ भाग निकले। पुलिस कर्मियों ने मौंके का निरीक्षणकर खनन माफिया के विरुद्ध आवश्यक कार्यवाही का आश्वासन पीडित किसान को दिया है। किसान ने समस्या समाधान करने वाली टीम सहित सौ नम्बर के अधिकारियों का आभार व्यक्त किया। उल्लेखनीय है कि क्षेत्र में अवैध खनन का कारोबार कुटीर उद्योग के रुप में पनप चुका है और खनन माफिया ने कोतवाल पलिया से साँठगाँठ कर अपना सिंडीकेट बना लिया है और नदी के किनारों से लेकर किसानों के खेतों तक दबंगई के बल पर अंजाम देता है। क्षेत्र में तेजी से चल रहे सरकारी गैर सरकारी निर्माणों आदि में रोजाना लगने वाली सौकडों घन मीटर रेत का काला कारोबार करने वालों कडी कार्यवाही की माँग करने वालों की माने तो आरोपी संरक्षकों व खनन माफिया के मोबाइल काल डिटेल की जाँच के माध्यम से अवैध खनन में पुलिस की संलिप्तता का खुलासा हो सकता है। हालाँकि खान माफिया के सिंडीकेट के बाहर रहने वाले कुछ खनन कताओर्ं के वाहनों को यदा कदा स्थानीय पुलिस पकडकर मोटर वाहन अधिनियम आदि में सीज करती भी है लेकिन उक्त कार्यवाही भी खनन माफिया के इशारों पर प्रतिद्वंदियों के खिलाफ करवायी बतायी जाती है।