कही प्रशिक्षु महिला लेखपाल के आत्महत्या के पीछे शोहदे कर भय तो नहीं
ए.एस.खान
आजमगढ जिले की रसूलाबाद तहसील मे प्रिशुक्षू लेखपाल दीपा ने तहसील परिसर में ही फासी लगाकर आत्महत्या कर ली है। आत्महत्या करने वाली प्रशिक्षु महिला लेखपाल का शव कब्ज़े में लेकर पुलिस ने पोस्टमार्टम को भेज दिया है. मृतक महिला लेखपाल शादी शुदा थी तथा एक बच्चे की माँ थी उसका पति फौज मे है. पुलिस इस प्रकरण में विवेचना कर रही है कि आखिर किस कारण महिला प्रशिक्षु लेखपाल ने आत्महत्या किया है.
घटना के सम्बन्ध में चर्चाओ के अनुसार प्रशिक्षु मृतक महिला लेखपाल का विवाह एक फौजी के साथ हुआ था जिससे उसको एक बच्चा भी है. उसने लेखपाल भर्ती मे आवेदन किया तथा चयन होने पर आजमगढ जिले की रसूलाबाद तहसील में प्रशिक्षण ले रही थी। प्रशिक्षु लेखपालो के लिए परिसर में ही बने क्वाटर मे अन्य प्रशिक्षु लेखपालो के साथ रह रही थी। उसके सहकर्मियों के अनुसार इधर कुछ दिनों से मृतक महिला प्रशिक्षु लेखपाल काफी परेशान रहती थी. उसकी परेशानी का सबब शायद एक युवक जजबी था. जजबी अक्सर उसको फोन करके परेशान किया करता था।
आज शाभ पाँच बजे के आसपास भी जजबी का फोन आया था। पता नही फोन पर जजबी ने ऐसा क्या कहा की दीपा बात करते करते बिना फोन काटे दरवाजा बंद करके फंदे पर झूल गई। सूत्रों की माने तो पुलिस जब मौके पर पहुची और दरवाज़ा तोडा तो उस समय भी फ़ोन चालु था. पुलिस मामले की जाँच में जुट गई है और हर पहलू पर नज़रे दौड़ा रही है.
मामले की जाँच में जुटी पुलिस भले ही जाँच में तथ्यों को तलाश करे मगर सवाल तो कई अन्य भी अनसुलझे है. भले ही पुलिस की जाँच में कुछ भी सत्यता सामने आये मगर तहसील प्रशासन किसी तरह से खुद की जवाबदेही से बच नहीं सकता है. पिछली लेखपाल भर्ती प्रक्रिया में आजमगढ जिले में करीब 125/-महिलाओं का चयन हुआ जो की प्रशिक्षण के समय अधिकतर तहसील परिसर में ही बने क्वार्टर में रह कर प्रशिक्षण लेती है रसूलाबाद में भी करीब 35/ महिला प्रशिक्षु लेखपाल अकेले बिना परिवार के पुरूषों के बीच रहने की विवश है इनमे से अकेली मृतक ही शादी शुदा थी। जिसका एक बच्चा भी था। सुत्रो के अनुसार यहां महिलाओं की सुरक्षा हेतु कोई व्यवस्था नहीं है. है। ताजी घटना भी उसी की एक बानगी भर है।