कह रहे सपा कार्यकर्ता – आखिर यह कैसी राजनीति
समाजवादी पार्टी से पलिया विधानसभा 137 से अनीता यादव का टिकट कटने से कार्यकर्ताओं में छाया भारी आक्रोश
फारुख लखीमपुर (खीरी)// पलिया कलां=हमारे बुजुर्ग सच ही कहते हैं कि राजनीति की हलचल किसी की समझ में नहीं आती कि कब किसके पाले में शह और किस के पाले में मात आ जाय और अब इस समय की हो रही राजनीति में कुछ ऐसा ही नजर आ रहा है ।
पलिया कलां के 137 विधानसभा से पार्टी के द्वारा अनीता यादव को टिकट मिलने से कार्यकर्ताओं में खुशी की लहर दौड़ गयी थी और वह अनीता यादव को भारी मतों से जीते दिलाने के लिए पूरी लगन से जुटे हुए थे परंतु कांग्रेस पार्टी से गठबंधन होने के साथ ही एकदम से पार्टी में भुचाल ही आ गया और कई प्रत्याशियों को टिकट से वंचित कर दिया गया और ऐसे प्रत्याशियों को सीट दी गयी जिसका क्षेत्र में कोई अस्तित्व ही नहीं है ।इस गठबंधन के द्वारा पार्टी में दस वर्ष से पार्टी की सेवा कर रहीं अनीता यादव का पार्टी के टिकट काटने से सपा कार्यकर्ताओं में पार्टी के खिलाफ गहरा आक्रोश व्याप्त हो गया है और उन्होंने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और प्रदेश अध्यक्ष को एक ज्ञापन दिया है जिसमें उन्होंने अनीता यादव को पार्टी द्वारा दुबारा टिकट देने की माँग की है और टिकट न देने पर पार्टी के लिए न तो वोट माँगने और न ही वोट डालने को बात की है ।उल्लेखनीय है कि अनीता यादव समाजवादी पार्टी की दस वर्षों से पूरी ईमानदारी और कर्तव्य निष्ठा से सेवा कर रही है और वह पूरी लगन से पार्टी को मजबूती दिलाने और प्रचार प्रसार का कार्य कर रही हैं और इसके साथ- साथ वह क्षेत्र वासियों के लिए वह एक ऐसी प्रतिनिधि बनने जा रही थी जो उनके देखे हुए सपनों को पूरा करवाने और क्षेत्र को उन्नति के मार्ग पर लेकर जातीं,परंतु सभी का देखा हुआ सपना कांग्रेस पार्टी के द्वारा हुए गठबंधन ने तोड़ कर रख दिया है ।पार्टीयों के द्वारा हुए गठबंधन की वजह से पूरे लखीमपुर जिले में सपा प्रत्याशियों की सीटों का सुपड़ा ही साफ कर दिया है ।पार्टी के कार्यकर्ता जहां अनीता यादव के साथ कदम से कदम मिलाकर चल रहे थे और उनको गिराने के लिए छी जान से जुटे हुए थे और वही पार्टी के इस निर्णय ने पार्टी के कार्यकर्ताओं में पार्टी के खिलाफ आक्रोश भर दिया है और इसी आक्रोश के चलते और उन्होंने एक ज्ञापन पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और प्रदेश अध्यक्ष को भिजवाया हैं ।जिसमें उन्होंने अनीता यादव को पार्टी में दुबारा टिकट देने की माँग की है और क्षेत्र में चुनाव लडवाने की बात की है और टिकट न देने पर पार्टी के लिए न तो वोट माँगने और न ही वोट डालने को बात की है ।जिसमें पार्टी के बहुत से कार्यकर्ताओं ने अपनी सहमति जतायी हैं ।
पलिया कलां के 137 विधानसभा से पार्टी के द्वारा अनीता यादव को टिकट मिलने से कार्यकर्ताओं में खुशी की लहर दौड़ गयी थी और वह अनीता यादव को भारी मतों से जीते दिलाने के लिए पूरी लगन से जुटे हुए थे परंतु कांग्रेस पार्टी से गठबंधन होने के साथ ही एकदम से पार्टी में भुचाल ही आ गया और कई प्रत्याशियों को टिकट से वंचित कर दिया गया और ऐसे प्रत्याशियों को सीट दी गयी जिसका क्षेत्र में कोई अस्तित्व ही नहीं है ।इस गठबंधन के द्वारा पार्टी में दस वर्ष से पार्टी की सेवा कर रहीं अनीता यादव का पार्टी के टिकट काटने से सपा कार्यकर्ताओं में पार्टी के खिलाफ गहरा आक्रोश व्याप्त हो गया है और उन्होंने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और प्रदेश अध्यक्ष को एक ज्ञापन दिया है जिसमें उन्होंने अनीता यादव को पार्टी द्वारा दुबारा टिकट देने की माँग की है और टिकट न देने पर पार्टी के लिए न तो वोट माँगने और न ही वोट डालने को बात की है ।उल्लेखनीय है कि अनीता यादव समाजवादी पार्टी की दस वर्षों से पूरी ईमानदारी और कर्तव्य निष्ठा से सेवा कर रही है और वह पूरी लगन से पार्टी को मजबूती दिलाने और प्रचार प्रसार का कार्य कर रही हैं और इसके साथ- साथ वह क्षेत्र वासियों के लिए वह एक ऐसी प्रतिनिधि बनने जा रही थी जो उनके देखे हुए सपनों को पूरा करवाने और क्षेत्र को उन्नति के मार्ग पर लेकर जातीं,परंतु सभी का देखा हुआ सपना कांग्रेस पार्टी के द्वारा हुए गठबंधन ने तोड़ कर रख दिया है ।पार्टीयों के द्वारा हुए गठबंधन की वजह से पूरे लखीमपुर जिले में सपा प्रत्याशियों की सीटों का सुपड़ा ही साफ कर दिया है ।पार्टी के कार्यकर्ता जहां अनीता यादव के साथ कदम से कदम मिलाकर चल रहे थे और उनको गिराने के लिए छी जान से जुटे हुए थे और वही पार्टी के इस निर्णय ने पार्टी के कार्यकर्ताओं में पार्टी के खिलाफ आक्रोश भर दिया है और इसी आक्रोश के चलते और उन्होंने एक ज्ञापन पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और प्रदेश अध्यक्ष को भिजवाया हैं ।जिसमें उन्होंने अनीता यादव को पार्टी में दुबारा टिकट देने की माँग की है और क्षेत्र में चुनाव लडवाने की बात की है और टिकट न देने पर पार्टी के लिए न तो वोट माँगने और न ही वोट डालने को बात की है ।जिसमें पार्टी के बहुत से कार्यकर्ताओं ने अपनी सहमति जतायी हैं ।