अब बुंदेलखंड में लगा सपा को एक और झटका, मुस्लिम महासभा ने थामा बसपा का दामन
अपनी सियासी जमीन तलाशते हुवे थमा बीएसपी का दामन थामा
6000 लोगों ने ज्वाइन किया बीएसपी
राजू आब्दी
झाँसी. भारतीय मुस्लिम महासभा नाम से रजिस्टर्ड एक संगठन पिछले कई वर्षों से समाज सेवा के क्षेत्र में झांसी और बुन्देलखंड के अन्य कई शहरों में कार्य कर रहा है. संगठन अपने क्षेत्रो में अति पिछड़े मुस्लिम समाज को शिक्षित कर आगे बढ़ाया जाए संस्था द्वारा स्कूल चलो अभियान कैंप लगाकर, वृदावस्था पेंशन, आधार कार्ड और बच्चों को शिक्षा के प्रति आगे बढ़ाने के प्रतियोगिता संपन्न करते रहते हैं भारतीय मुस्लिम महासभा संगठन में करीब 6000 लोग जुड़े हुए हैं और बुंदेलखंड की कई जनपदों में संगठन के उद्देश को कार्य कर रहे महासभा के पदाधिकारियों सदस्यों द्वारा नियमित कार्य किया जाता रहा है. इनके कार्यो के बदौलत मुस्लिम समाज में इनकी अच्छी पैठ बनती जा रही है. इस इलाके में मुस्लिम महासभा मुस्लिम मतदाताओ को पिछले चुनावो में भी आकर्षित कर चुकी है. गैर सियासी होने के वजह से इस संगठन को मुस्लिम मतदाताओ का समर्थन भी मिलता रहा है.
समय का बदलाव इस संगठन को भी महसूस हुवा. इसी बदलाव के मद्देनज़र इस संगठन ने बहुजन समाज पार्टी के सर्वजन हिताय सर्वजन सुखाय के नारे प्रभावित होकर BSP की सदस्यता लखनऊ में दिनांक 9.1.2017 को पार्टी के महासचिव और कद्दावर नेता नसीमुद्दीन सिद्दीकी के द्वारा ग्रहण कर ली गई. और अब यह संगठन 2017 के विधानसभा चुनाव में बीएसपी का समर्थन करेगा, सूत्रों की माने तो पिछले विधानसभा चुनाव में भी इस संगठन ने वर्त्तमान प्रदेश सत्तारूढ़ दल को समर्थन किया था. संगठन के पदाधिकारियों के अनुसार चुनावो के पुर्व किया गया वायदा सत्तारूढ़ दल ने पूरा नहीं किया और मुस्लिम समाज हेतु जो वायदा दल ने संगठन से किया था उसपर वह खरा नहीं उतरा.
संगठन के मुखिया उस्मान खान पिछले 23 वर्षों से समाजवादी पार्टी में रहकर कार्य कर कर रहे थे शमीम खान एडवोकेट बुंदेलखंड कॉलेज झांसी से सपा बैनर पर छात्रसंघ उपाध्यक्ष निर्वाचित हुए थे सन 2005 में और झांसी क्षेत्र के बुंदेलखंड में सपा में जुड़कर राजनीति कर रहे थे और मुस्लिम समाज की ओर ध्यान केन्द्रित कर संगठन चला रहे थे परंतु सपा सरकार द्वारा 5 वर्षों में अल्प संख्यकों के लिए कोई काम नहीं किए गए और अपने घोषणापत्र के अल्पसंख्यकों के प्रति कहे गए वादे पूरे नहीं कि कर सके और पिता पुत्र के सपा में हुए घमासान से सपा के वर्तमान मुखिया को पिता द्वारा मुस्लिम विरोधी करा दिया गया मुस्लिम समाज राजनीतिक जमीन तलाशने अपनी आवाम को बेहतर शासन दिलवाने के उद्देश्य से समाजवादी पार्टी छोड़कर बीएसपी का दामन थामा वही नसीमुद्दीन सिद्दीकी द्वारा उस्मान खान को BSP का झांसी मंडल कोऑर्डिनेटर मुस्लिम भाईचारा पद से नवाजा गया