स्वच्छता अभियान के नाम पर बद से बदतर बन रहा है जिला जालौन
विनय याज्ञिक
उरई (जालौन)प्रदेश व केंद्र सरकारों के द्वारा करोड़ों रुपये स्वच्छता अभियान में खर्च किया जा रहा है इसी अभियान के तहत शहर को स्वच्छ व सुन्दर बनाने के लिए सरकार द्वारा नगर पालिका परिषद उरई को भी लाखों रुपये के बजट का आवंटन भी किया गया जिससे नगर को शौचालय युक्त बनाया जा सकें। मगर उरई शहर की नगर पालिका परिषद में ऐसा कुछ भी नजर नहीं आ रहा है।
बताते चलें कि नगर पालिका परिषद के हुए चुनाव में अनिल बहुगुणा से शहर के विकास की काफी उम्मीदें लगा रखी थी जिसकी बजह से चुनाव के दौरान हर जाति और धर्म के लोगों ने वोट देकर पालिकाध्यक्ष की कुर्सी तक पहुंचाने का काम किया और पालिका की कुर्सी पर बैठने के बाद आम मतदाताओं की आशाओं पर खरे नहीं उतरे और उन्होंने अपना खाऊ-कमाऊ का धंधा शुरू पर दिया यही बजह है कि शहर की हालत पहले से बदसेबदतर होती जा रही है चाहे शहर के अन्दर की गंदगी हो या फिर शहर के अन्दर बने शौचालय हो सभी पालिका के स्वच्छता अभियान की पोल खोलते नजर आ रहे है जो किसी लायक ही नहीं रह गये है। बताते चलें शहर के कोंच रोड पर नगर पालिका परिषद का अन्तर्राष्ट्रीय रोडवेज बस अड्डा है जहां से गैर प्रांत के लिए बसों का आना-जाना रहता है साथ ही इस रोडवेज बस स्टैंड पर हजारों यात्री प्रति दिन आते है जहां पर बने पालिका के शौचालय जमीदोज हो गये जिनके आसपास गंदगी का अम्बार लगा हुआ है जिसकी बजह से महिलाओं व पुरुषों को लघुशंका करने के भारी दिक्कत का सामना करना पड रहा है इसके बाद भी पालिकाध्यक्ष अनिल बहुगुणा इस ओर कोई पहल करते नजर नहीं आ रहे है जिससे शहर की जनता में उनके प्रति आक्रोश बढता जा रहा है।