ज़ालिम बाप ने झूठी शान के खातिर मार डाला अपनी औलाद को
आदिल अहमद.
मुज़फ्फरनगर. कमाल करते हो साहब, ऐसी इज्ज़त का क्या अचार डालोगे. शायद इस करम को करने से पहले भूल गये होगे उस बेटी ने तुम्हारे लिये क्या क्या किया होगा. ज़ालिम इंसान जब तू भूखा घर वापस आता था तो अब्बू कहकर दौड़ के तेरे पास पानी का गिलास लेकर आती थी. तू शायद भूल गया उस वक्त को जब तू बीमार होता होगा तो वही बेटी तेरी खिदमत करती होगी. तू कहता है कि इज्ज़त के खातिर मार डाला है. कहा है ज़ालिम तेरी इज्ज़त जिसकी तू दुहाई देता है. बड़ा दीन का रखवाला बना फिरता है तो बता शरियत में कहा है किसी का क़त्ल कर देना. ज़ालिम तू भूल गया जिस रब की इबादत करता है उस रब को तूने नाराज़ कर दिया. खुद की बेटी को ही अपनी झूठी शान के खातिर कत्ल कर डाला.
जी हां घटना मुज़फ्फरनगर की है जहा एक ज़ालिम बाप ने अपनी झूठी शान के खातिर अपनी औलाद का क़त्ल कर दिया, घटना ककरौली थाना क्षेत्र के तेवड़ा गांव की है, जहा दो परिवारों के बीच पुरानी रंजिश चल रही है। इस बीच एक परिवार की युवती का दूसरे परिवार के युवक से प्रेम प्रसंग हो गया। परिवार वाले इसका विरोध करते थे, लेकिन युवती नहीं मानी। इसके बाद कलयुगी पिता ने रमजान के महीने में बेटी की हत्या कर लाश को अपने ही प्लाट में गड्ढा खोदकर दबा दिया। इसको लेकर गांव में चर्चा शुरू हो गई। वहीं शुक्रवार को किसी ने पुलिस को सूचना दे दी। पुलिस ने इस मामले में एक्शन लेते हुए तुरंत कार्रवाई शुरू कर दी। शक होने पर पुलिस ने आरोपी के प्लाट में खुदवाकर देखा तो बेटी की लाश जमीन में दबी मिली।
एसपी देहात अजय सहदेव ने बताया कि मकसूद की बेटी (19) का पड़ोसी युवक से प्रेम प्रसंग चल रहा था। परिवार के लोगों को जब इसकी भनक लगी तो उन्होंने युवती के घर से निकलने पर रोक लगा दी। युवती के पास एक मोबाइल भी मिला। यही नहीं युवती शादी की जिद पर अड़ गई, जिसके बाद पिता ने उसकी हत्या कर दी।