“प्रॉब्लम आफ वाराणसी” के तहत कांग्रेसजनों ने सौपा सीएमओ को मांग पत्र.
तारिक आज़मी.
वाराणसी। कांग्रेसजनों द्वारा “प्राब्लम आफ वाराणसी” अभियान में ध्वस्त यातायात के बाद जनपद की चिकित्सा व्यवस्था निशाने पर रही ,सरकारी अस्पतालों की व्यवस्था सुधार के साथ नर्सिंग होम व पैथोलॉजी पर उठाये गम्भीर सवाल।
जनपद के मुख्य चिकित्सा अधिकारी को सौंपे ज्ञापन में चिकित्सा विभाग के व्यापक सुधार की बात करते हुए जनपद में एक और महिला अस्पताल व गंभीर रोगियों के लिए आधुनिक एम्बुलेंस व ब्लड बैंक की मांग की गई है , सभी सरकारी व गैर सरकारी अस्पतालों की चिकित्सा सुविधाओं व ट्रेण्ड व अनट्रेंड स्टाफ की जांच की मांग भी की गई है। नर्सिंग होमों में व्याप्त दुर्व्यवस्था अनट्रेंड नर्सिंग स्टाफ तथा झोला छाप डाक्टरों पर काफी मुखर रहे कांग्रेसी उनका कहना था कि नर्सिंग होम और कुछ चैरिटेबल हास्पीटल प्रोपेगैंडा दवा लिखते हैं जो दवायें बाजार में नहीं केवल उसी नर्सिंग होम व अस्पताल के दवा दुकान पर ही उपलब्ध होते हैं मजबूरन मरीज के परिजनों को वहीं से दवायें खरीदनी पड़ती हैं। मरीजों के आवश्यक जांच की स्थिति यह है कि अधिकांश जगहों पर एक्सपर्ट के बजाय स्टाफ ही मरीज की रिपोर्ट दे देते हैं जो कभी कभी मरीज की दशा को प्रभावित कर देते हैं। \
कांग्रेसजनों ने सीधा आरोप लगाया कि सरकारी अस्पतालों की चिकित्सीय दुर्व्यवस्था व दवाओं की अनुपलब्धता से निजी नर्सिंग होमों में जाने को मजबूर हो रहे गरीब मरीज जो बड़ी नाकामी है । सीएमओ डा० वी. बी. सिंह पत्रक पर कार्यवाही का आश्वासन देते हुए कहा कि वह ठोस कदम उठायेंगे जिसका परिणाम दिखेगा। प्रतिनिधमंडल में प्रमुख रुप से अनिल श्रीवास्तव ” अन्नु “, श्रीमती पूनम कुण्डु , डा० जितेन्द्र सेठ, प्रमोद श्रीवास्तव, राजेश मिश्रा ” गुड्डु , प्रभात वर्मा , श्रीमती महजबी अंसारी , श्रीमती नुजहत सीमा , अफसर खां , श्रीष मिश्रा , विष्णु पचेरीवाल आदि उपस्थित थे।