बलिया – विकास खंड के सबसे बड़े गाव को नहीं मिला एक भी अंग्रेजी माध्यम का स्कूल, ग्रामीणों में रोष

जमाल आलम / वकील अहमद अंसारी

सुखपुरा/बलिया- विकासखंड बेरुआरबारी के सबसे बड़ा गांव होने व तीन-तीन प्राथमिक विद्यालय होने के बावजूद शासन द्वारा सुखपुरा के किसी भी विद्यालय को अंग्रेजी माध्यम का विद्यालय नही बनाया गया इसको लेकर अभिभावकों में तीब्र आक्रोश है। प्रदेश सरकार ने अंग्रेजी माध्यम के निजी विद्यालयों के तर्ज पर परिषदीय विद्यालयों मे कुछ विद्यालयों को अंग्रेजी माध्यम का विद्यालय बनाने का निर्णय लिया था ताकि अभिभावकों और बच्चों को निजी विद्यालयों से मोहभंग हो और वह परिषदीय विद्यालयों की तरफ रुख करें लेकिन दुर्भाग्य है कि सुखपुरा जैसे बड़े कस्बे में स्थित तीन प्राथमिक विद्यालयों में किसी भी एक विद्यालय को शासन ने उस लायक नहीं समझा जबकि यहां स्थापित एक विद्यालय तो आज़ादी के समय का है जबकि अन्य दो विद्यालय 40-50 वर्षों पुराने हैं।

शासन ने जब परिषदीय विद्यालयों को अंग्रेजी माध्यम का बनाने का निर्णय लिया तो अभिभावकों को खुशी का ठिकाना नहीं रहा ।लेकिन जब सुखपुरा जैसे बड़े कस्बे को दरकिनार कर छोटे-छोटे गांव में स्थित विद्यालय को अंग्रेजी माध्यम का बनाया गया तो अभिभावक निराश हो गए।

अब जब 2 जुलाई से एक बार पुन: विद्यालय खुल रहे हैं ऐसे मे यदि संभव हो तो सरकार या जनपद के बेसिक शिक्षा अधिकारी इसकी पहल कर सुखपुरा के किसी प्राथमिक विद्यालय को अंग्रेजी माध्यम का कर दें तो निश्चित रूप से अभिभावकों की मुंह मागी मुराद पूरी हो जायेगी अन्यथा उन्हें अपने बच्चों को मजबूरी मे निजी विद्यालयों में भेजना पडेगा और फिर सरकारी विद्यालयों को बच्चों की कम उपस्थिति का खामियाजा झेलना ही पडेगा।

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