बहुआयामी व्यक्तित्व के धनी थे डॉ भरत पांडेय: जनार्दन राय
मु० अहमद हुसैन (जमाल)
बलिया।-डॉ भरत पांडेय वास्तव में बहुआयामी व्यक्तित्व के धनी थे। उन्होंने समाज को एक नया दिशा देने का काम किया। उक्त उदगार वरिष्ठ साहित्यकार डॉ जनार्दन राय के है। वे डॉ पांडेय की 80वी जयंती पर रविवार को भृगुजी मंदिर के शोध संस्थान ने आयोजित श्रद्धांजलि सभा को संबोधित कर रहे थे।
पूर्व विधायक दीनानाथ चौधरी ने कहा कि पांडेय जी एक आदर्श शिक्षक, साहित्यकार, कवि एवं समाजसेवी के रूप में समाज को नई दिशा देते रहे। प्रो बनारसी राम ने पांडेय जी को बलिया के भारतेंदु जे रूप ने याद करते हुए कहा कि वे समाज जे सभी छोटे- बड़े साहित्यकारों की जयंती मनाया करते थे। पूर्व प्रधानाचार्य डॉ शत्रुघ्न पांडेय ने उन्हें एक महान शिक्षाविद बताया। वरिष्ठ कवि भोला प्रसाद आग्नेय ने उन्हें चलता- फिरता संस्थान बताया। श्रीराम तिवारी ने पांडेय जी को सर्व धर्म समभाव का प्रतीक बताया। वरिष्ठ एडवोकेट राजेन्द्र चौधरी ने उन्हें महामानव की संज्ञा दी। टाउन पॉलिटेक्निक के विभागाध्यक्ष के एम सिंह ने पांडेय जी को विराट व्यक्तित्व का बताया।
वरिष्ठ कवि बी एन शर्मा मृदुल एवं फतेह चंद गुप्त बेचैन ने काव्यांजलि के द्वारा श्रद्धा सुमन अर्पित किया। युगल किशोर चतुर्वेदी ने पांडेय जी को पत्रकार के रूप में याद किया। वरिष्ठ एडवोकेट रमाशंकर पांडेय ने उन्हें मार्गदर्शक के रूप में याद किया। शिवजी पांडेय रसराज एवं सुदेश्वर अनाम ने काव्य पुष्पो से श्रद्धांजलि अर्पित किया। टीडी कालेज कर अर्थशास्त्र के विभागाध्यक्ष डॉ संतोष कुमार गुप्त ने उन्हें आदर्श शिक्षक के रूप में याद किया।
सभा को संबोधित करने वाले प्रमुख लोगो मे रमाशंकर पांडेय, सूरज समदर्शी, दिनेश पांडेय, सुनील कुमार पांडेय, डॉ ओम प्रकाश पांडेय, डॉ शशांक शेखर पांडेय, अनिल कुमार दुबे, अमावश यादव, वंशरोपन पांडेय प्रशासनिक अधिकारी, गंगाधर
पांडेय, गोलू कुमार वर्मा, शिवांश प्रकाश, सर्वजीत चौरसिया, भोला प्रसाद गुप्ता, गोलू प्रसाद, श्रीमती राधिका तिवारी, प्रो के पी श्रीवास्तव, ध्रुवपति पांडेय ध्रुव, सर्वदेव तिवारी, सतीश चंद्र कालेज के प्राचार्य डॉ अशोक कुमार उपाध्याय, वी के सिन्हा आदि प्रमुख रहे। अंत मे पांडेय जी के पुत्र जेपी पांडेय ने सभी के प्रति आभार व्यक्त किया। संचालन डॉ शत्रुघ्न पांडेय ने किया।