प्रशासन की मंशा को चुनौती देते हुवे प्रभावित किसानो ने मतदान के बहिष्कार का किया निर्णय
अनंत कुशवाहा
बसखारी, अम्बेडकरनगर। चुनाव आयोग की मंशा के अनुसार प्रशासन विभिन्न प्रकार के मतदाता जागरूकता अभियान चलाकर लोगों को आगामी विधानसभा के चुनाव में अधिक से अधिक मतदान करने के लिए प्रेरित कर रहा है। तो वहीं राष्ट्रीय राजमार्ग 233 से प्रभावित किसानों का मतदान बहिष्कार का निर्णय चुनाव आयोग व प्रशासन की मंशा पर पानी फेर रहा है। राष्ट्रीय राजमार्ग 233 लुंबिनी वाया अंबेडकर नगर से वाराणसी को जाने वाली राजमार्ग से प्रभावित किसान मुआवजा बढ़ाए जाने की मांग को लेकर आंदोलित है और इनके आंदोलन की लौ दिल्ली के जंतर मंतर पर भी पहुंच चुकी है।
शांतिपूर्वक आंदोलन कर रहे किसानों के धरने को चुनाव आचार संघिता का हवाला देते हुए स्थानीय प्रशासन व पुलिस के द्वारा जोर जबरदस्ती समाप्त किए जाने के विरोध में कुछ किसानों ने अश्वनी कुमार वर्मा के नेतृत्व में दिल्ली के जंतर मंतर पर धरना शुरू कर आंदोलन जारी रखा है ,तो वही भारतीय किसान यूनियन (अराजनैतिक) के नेतृत्व में प्रभावित किसानों ने आगामी विधानसभा के चुनाव का बहिष्कार करने का निर्णय लिया है। टांडा, आलापुर विधानसभा की करीब 43 गांवो के प्रभावित किसानों ने आगामी विधानसभा के चुनाव में वोट बहिष्कार का निर्णय करते हुए पैकोलिया, बुढनापुर, मोतिगरपुर, शुकुल बाजार, तेदुआ, संदाहा, भोजपुर, सलेमपुर, अमड़ी, डोडो, बढियानी सहित अधिकांश गांवो में मुआवजा नहीं तो वोट नहीं, दाम नहीं तो काम नहीं, आदि नारों से लिखे बैनर लगा कर अपने चुनाव बहिष्कार के मंसूबे से चुनाव आयोग द्वारा क्षेत्र मे घूम रहे प्रर्यक्षको को अवगत कराने का काम कर रहे है।प्रभावित किसानो ने बताया कि वो अपनी ग्राम सभा में पूरे गांव को लेकर एक बैठक करेंगे जिसमें अपनी पीड़ा को बता कर पूरे गांव के लोगों को आगामी विधानसभा के चुनाव में वोट बहिष्कार के निर्णय का समर्थन करने की बात करेंगे। वही भारतीय किसान यूनियन (अराजनैतिक) के जिला अध्यक्ष रंणजीत कुमार वर्मा ने बताया कि 19 तारीख को किसानों की होने वाली पंचायत को लेकर तैयारियां तेज कर दी गई हैं। प्रभावित गांव में बैठक कर कार्यक्रम की रूपरेखा बनाई जा रही है।