कार्यकर्ताओ के सामने छलका मुलायम का दर्द.
अविनाश कुमार गुप्ता/बांदा
समाजवादी पार्टी में फूट तय है, सोमवार को चुनाव आयोग पार्टी के सिंबल पर भी अपना फैसला सुना सकता है. मुलायम सिंह यादव और अखिलेश यादव की ओर से पार्टी के सिंबल पर दावा करते हुए अलग-अलग याचिका दायर की गई है. आयोग दोनों पक्षों को सुन चुका है. इस बीच, मुलायम सोमवार की सुबह पार्टी कार्यकर्ताओं से मिले. कुछ कार्यकर्ता रोते हुए बोले- नेताजी पार्टी बचा लीजिए. इस पर मुलायम ने कहा- मैंने बहुत कोशिश की, अखिलेश मेरी नहीं सुनते.
मुलायम ने कहा – मैंने अपने तरफ से हर कोशिश की. अपना पक्ष रख दिया है. अब 4 बजे के पहले चुनाव आयोग का फैसला आएगा. मैंने कई कोशिशे की है 3 बार अखिलेश को बुलाया लेकिन मुझे बिना सुने उठकर चला गया. चुनाव आयोग जो फैसला करेगा स्वीकार होगा, आप लोग मेरा साथ देंगे.
कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए मुलायम ने कहा- मेरा बेटा दूसरे के हाथों में खेल रहा है, राम गोपाल के इशारे पर काम कर रहा है, आप से अपील है की आप मेरा साथ दें. जनता के बीच सन्देश गया हैं कि अखिलेश मुसलमान विरोधी है, उनके प्रत्याशियों की सूची में मुस्लमान कम है। मुलायम ने कहा- अखिलेश को कई बार बुलाया लेकिन नहीं आए, जब बीबी बच्चों की कसम दी तो मिलने आया और एक मिनट मिलकर चला गया. रामगोपाल ने पार्टी को बर्बाद करने में कोई कसर नही छोड़ी।