जियो और जीने दो के मिशन के चलते दुधावा चौराहे मुख्यालय पर किया गया धरना प्रदर्शन
फारुख हुसैन
पलियाकलां-खीरी।जहां देखा जा रहा है कि एक ओर वन्य जीव लगातार वनों को छोड़कर मनुष्यों की बस्ती की ओर आना शुरू हो गये हैं जिसमें मांसाहारी वन्यजींव लगातार मनुष्यों और पालतू मवेशियो पर हमला कर अपना शिकार बनाने की घटना लगातार सामने आ रहीं है और साथ ही शाकाहरी वन्य जीव भी मनुष्यों की बस्ती में आकर फसलों को भी खाशा नुकसान कर रहें हैं । जिसके चलते लोगों को काफी क्षति उठानी पड़ रही है और इस आयेदिन होने वाली परेशानियों को देखकर अनेकों बार इस बात की शिकायत वन विभाग के अधिकारियों से को गयी । परंतु वन विभाग द्वारा इस तरफ कोई कार्यवाही नही की जाती है और फिर बीत दिनों पलिया तहसील के ग्राम
निवासी मुरगहा अननू पुत्र कुमित त्रिकौलिया में अपने ननिहाल शारदा चौहान के घर घूमने आये अन्नू चौहान के पुत्र कुमित को मगरमच्छ ने अपना निवाला बना लिया था जिसकी सूचना देने पर भी वन विभाग का कोई अधिकारी जल्दी मौके पर नहीं पहुंचा था इसके अलावा भी पढुआ में बीते दिनों परसादी यादव व अमरीका यादव की भैंस को शेर ने मार दिया था परंतु इतना कुछ होने पर भी वन विभाग के द्वारा कोई कागजी कार्यवाही नहीं की गयी थी ।
जिसके चलते आक्रोश में आकर मंगलवार को सैकड़ो ग्रामीणों ने पलिया दुधवा चौराहे मुख्यालय के सामने पहुचकर
जियो और जीने दो मिशन के द्वारा अधिकारियों को नींद से जगाने के लिये धरना प्रदर्शन किया ।परंतु वन विभाग का कोई भी अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा
जिसमें प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों ने पत्रकारों से वार्ता करते हुए बताया कि वन विभाग द्वारा इतना सबकुछ होने पर भी वन विभाग की लापरवाही लगातार सामने आ रही है और इस हो रही लापरवाही को सही किया जाये साथ ही उन्होने यह भी कहा कि यदि इसी तरह से वन्य जीव हमें नुकसान पहुंचाते रहे तो हम भी उनको नुकसान पहुंचाना शुरू कर देगें और इसकी कोई जिम्मेदारी हमारी नहीं होगी और उन्होने वन विभाग पर भी आरोप लगाते हुऐ कहा कि वो भी निर्दोशो को बहुत ही परेशान करते है ।
फिलहाल वन विभाग के किसी भी अधिकारी के मौके पर न पहुंचने पर उन्होने अपना धरना जारी रखने को बताया है ।
इस मौके पर राष्ट्रीय अध्यक्ष संजीव कुमार उर्फ मुन्ना, राष्ट्रीय संचालक वीरेन्द्र मिश्रा वीरू, जिला संयोजक बलराम चैहान, जिला सचिव व पूर्व प्रधान राजेश चैहान व तहसील प्रभारी जितेन्द्र यादव ,ऐनुफ बेग सहित बहुत से ग्रामीण मौजूद रहे ।