वाराणसी नगर आयुक्त पर सत्ता पक्ष का ही कार्य करने का लगा आरोप, मुस्लिम महिला पार्षदों ने दिया धरना.

इदुल अमीन/ निलोफर बानो.

वाराणसी. भले ही हर चौराहे पर शहर के सफाई की अम्बेसडर बनी एक चिकित्सिका का फोटो लगा है और उसके ऊपर लिखा है कि प्रदेश का सबसे साफ़ शहर है बनारस. मगर ज़मीनी हकीकत तो कुछ और कहानी कह रही है. ईमानदारी से काम का आंकलन किया जाये तो शहर में सीवर और सफाई व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त है. ख़ास तौर पर इसका बड़ा बुरा हाल देखने को मुस्लिम बाहुल्य इलाके में मिलता है. जहा गन्दगी का अम्बार लगा हुआ है और सफाई नहीं हो रही है. नगर आयुक्त केवल सत्ता पक्ष के पार्षदों के क्षेत्रो में काम पर तवज्जो दे रहे है. मुस्लिम पार्षदों के तरफ तो एकदम ही तवज्जो नहीं दिया जा रहा है. इन सभी आरोपों के साथ आज नगर निगम में मुस्लिम महिला पार्षदों ने धरना दे दिया.

पार्षदों का आरोप है कि मुस्लिम बहुल इलाकों की हालत तो और भी बदतर है। महीनों से गलियों में सीवर का पानी बह रहा है। स्ट्रीट लाइट कभी जलती नहीं। हालत कुछ इस तरह है कि जनहित के मुद्दों से जुड़े प्रस्ताव देने के बाद भी काम नहीं हो रहा। फाइलें दबा दी जा रही हैं। इससे पार्षद खासे परेशान हैं क्योकि जनप्रतिनिधि होने के नाते जवाबदेही उनकी है। क्षेत्र की जनता उनसे सवाल कर रही लेकिन उनके पास कोई जवाब नहीं है।

महिला पार्षदों का कहना था कि हम महिला पार्षदों ने अपने क्षेत्र के विकास कार्यों के लिए नगर आयुक्त से वक्त मांगा था मिलने का। उन्होंने 12 जुलाई को दिन के 11 बजे मिलने का वक्त भी दिया। लेकिन तय समय पर पहुंचने पर वह नदारद मिले। कहां हैं इसका मुकम्मल जवाब भी नहीं मिला तो महिला पार्षदों संग अन्य पार्षदों ने नगर आयुक्त कक्ष के सामने नारेबाजी की और वहीं धरने पर बैठ गए।

सत्ता पक्ष के लोगो का काम करवाते है नगर आयुक्त – धरनारत पार्षद

धरने पर बैठे पार्षदो ने सीधा आरोप लगाया कि नगर आयुक्त सिर्फ सत्ता पक्ष के लोगो के क्षेत्रो मे ही कार्य करा रहे है। विपक्षी पार्षदो के क्षेत्रो मे विकास का कार्य नही कराया जा रहा है। विशेष रूप से मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्रो मे एक चौके तक की मरम्मत नही हो रही है।

पार्षदों के धरने की जानकारी मिलने पर धरना स्थल पर अपर नगर आयुक्त, मुख्य अभियंता, सचिव जलकल आये. उनके आने पर दो राउन्ड वार्ता हुई मगर यह वार्ता विफल हुई। पार्षदों की मांग थी की हमारे वार्डो की फाइलें कब तक स्वीकृत होंगी समय बताया जाय। तीसरे राउन्ड वार्ता मे अपर नगर आयुक्त ने 25 जुलाई तक फाइलो को स्वीकृत कराने का आश्वासन दिया तब धरना समाप्त हुआ। धरने मे गली, चौका, सड़क, सीवर, नाला, नाली, स्ट्रीट लाइट, गंदा पानी, पुराने टेंडर पर तत्काल कार्य कराने, गृहकर के लिए सर्वे के नाम पर अवैध वसुली आदि सैकड़ो मुद्दो पर पार्षदो ने अपनी मांग उठाईं।

ये पार्षद बैठे थे धरने पर

धरने मे मुख्य रुप से पार्षद गुलराना तबस्सुम, अलीशा सोनी, रेहाना, मलका नूरजहां, नूरजहां परवीन, फरज़ाना बीबी, रमज़ान अली, बेलाल अहमद, रियाजुद्दीन मौलाना तथा पार्षद पति अनीसुर्रहमान अंसारी, असलम खां, अख्तर अली, बेलाल अहमद, गुलशन अली, अनिल शर्मा, पुन्नू लाल बिन्द आदि लोग उपस्थित थे।

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