जल की बर्बादी रोकने में सरकारी तंत्र फेल
कमलेश कुमार
जल की बर्बादी रोकने में सरकारी तंत्र फेलजल ही जीवन है स्लोगन अब मात्र शब्द ही बनकर रह गया है। इसे अमल करना तो दूर हो रोजाना बर्बाद हो रहे हजारों लीटर पानी की रोकथाम के लिए ना तो कोई संस्था सामने आ रही हैं और ना ही सरकारी तंत्र को इसकी फिक्र है। अदरी नगर पंचायत में कई ऐसी जगह है। जहां वर्षों से पानी बर्बाद होता दिख रहा है। लगातार बर्बाद हो रहे पेयजल के चलते आम जनमानस अपने आप को दिन पर दिन एक गंभीर समस्या की ओर ले जा रहा है। समय रहते इसे अगर नहीं रोका गया तो आने वाली पीढ़ियों को पानी की एक बूंद के लिए तरसना पड़ सकता है। वही अदरी नगर पंचायत इसको लेकर पूरी तरह से लापरवाह बना हुआ है। विभिन्न वार्डों में हजारों लीटर पेयजल और सप्लाई की पाइप लाइन में लीकेज के चलते बर्बाद हो रहा है।
केस एक- अदरी नगर पंचायत की लापरवाही से स्थानीय पुलिस चौकी स्थित के पास लगे पानी टंकी की टोटियों से रोजाना पानी गिरता रहता है। लेकिन आज तक उसे ठीक नहीं किया गया। यही नहीं उस मार्ग पर आसपास लोग मौजूद भी इस ध्यान नहीं दिये। जब तक आमजन जल संरक्षण के प्रति सतर्क नहीं होगा तब जल संरक्षण जैसे मुद्दा सार्थक सिद्ध नहीं हो पाएगा।
केस दो- स्टेशन रोड वार्ड नंबर पांच सागर गुप्ता के सामने लगा टंकी सप्लाई से रोजाना हजारों लीटर पानी बर्बाद हो रहा है। लंबे समय से पानी लगातार गिर रहा है। लेकिन आज तक ना तो नगर पंचायत का कोई अधिकारी या प्रशासन ने इसे बंद करने के लिए कोई सार्थक कदम उठाया और ना ही नगर पंचायत ईओ की ओर से कोई ठोस कदम उठाया गया ऐसे में कभी-कभी वार्डों में पानी की आपूर्ति तक बंद हो जाती है। इसके बावजूद इस समस्या का निराकरण आज तक नहीं कराया गया।
केस तीन- अदरी नगर पंचायत के लक्ष्मी नगर चौराहे के पास लगी पानी की टोटी खराब होने से लगातार पानी गिर रहा है। लेकिन इसके ऊपर किसी की नजर तक ही नहीं जाती है। सैकड़ों लीटर बर्बाद हो रहे पानी को गिरता देख कोई भी उसे ठीक कराने तक की जहमत नहीं उठाना चाहता है। दूसरी तरफ अदरी नगर पंचायत प्रशासन की ओर से आज तक टोटी तक ठीक नहीं कराई गई।