सऊदी अरब ने इस्राईल की बड़ी सेवा की है अब्दुलहियान
रिज़वान अहमद
अब्दुल्लाहियान ने यमन के खिलाफ सऊदी अरब के युद्ध की ओर संकेत करते हुए कहा कि अमेरिका और पश्चिम में जायोनी लाबियां क्षेत्र में नया युद्ध आरंभ कराने की चेष्टा में थीं कि आले सऊद क्षेत्र में असुरक्षा के लिए अमेरिका और इस्राईल का हथकंडा बन गया।
ईरान के संसदसभापति के विशेष सलाहकार ने कहा है कि सऊदी अरब ने जायोनियों की काफी सेवा की है। हुसैन अमीर अब्दुल्लाहियान ने कहा कि सऊदी अरब बर्बादी और विभाजन की ओर बढ़ जा रहा है।
अलआलम की रिपोर्ट के अनुसार हुसैन अमीर अब्दुल्लाहियान ने यमन के खिलाफ सऊदी अरब के युद्ध की ओर संकेत करते हुए कहा कि अमेरिका और पश्चिम में जायोनी लाबियां क्षेत्र में नया युद्ध आरंभ कराने की चेष्टा में थीं कि आले सऊद क्षेत्र में असुरक्षा के लिए अमेरिका और इस्राईल का हथकंडा बन गया।
उन्होंने बल देकर कहा कि यमन संकट का सैनिक समाधान नहीं है और ईरान का मानना है कि अगर यमन, सऊदी अरब और संयुक्त अरब इमारात की सुरक्षा समाप्त हो जाये तो यह असुरक्षा पूरे क्षेत्र में व्याप्त हो जायेगी।
अतः यमन संकट के समाधान का एकमात्र मार्ग राजनीतिक वार्ता है। अंतरराष्ट्रीय मामलों में ईरान के संसद सभापति के विशेष सलाहकार ने ईरान द्वारा यमन में मिसाइल भेजे जाने पर आधारित कुछ देशों के निराधार दावों की ओर संकेत करते हुए कहा कि यह दावा बिल्कुल निराधार है क्योंकि ईरान एसा कोई काम नहीं करता जिससे क्षेत्र की स्थिति और जटिल हो जाये।
ज्ञात रहे कि सऊदी अरब ने अमेरिका, संयुक्त अरब इमारात और कुछ दूसरे देशों के समर्थन से 26 मार्च 2015 से यमन पर हमला आरंभ किया था जो अब तक जारी है और इस हमले में 14 हज़ार से अधिक यमनी मारे जा चुके हैं। इसी प्रकार सऊदी अरब ने यमन का हवाई, ज़मीनी और समुद्री परिवेष्टन भी कर रखा है जिसके कारण यमन की निर्दोष जनता को विभिन्न प्रकार की समस्याओं का सामना है।