फूलबेहड़ क्षेत्र में शारदा नदी उफनाई, तीन घर समाए
फारूक हुसैन
प्रशासन अलर्ट, डीएम ने दिया दिशा निर्देश
संक्रामक रोग की चपेट में आ रहे बाढ़ पीड़ित
लखीमपुर खीरी। जिले में शारदा, घाघरा और मोहाना नदियों का जलस्तर बढ़ने लगा है। शारदा नदी ने विकास खंड फूलबेहड़ क्षेत्र में विकराल रूप धारण कर लिया है जिससे नदी के बीच टापू पर बसे जंगल नंबर 11 के एक दर्जन छप्परपोश घरों में से तीन घर नदी में समा गए। इससे यहां बसे लोग अब नाव के सहारे ऊंचे स्थानों पर जाने लगे हैं। वहीं मोहाना नदी का जलस्तर बढ़ने से ब्लाक निघासन के तिकुनियां इलाके में नया पिंड गांव टापू बन गया है। इससे लोग बरसात भर सुरक्षित स्थान पर नाव के सहारे पलायन करने लगे हैं। नदियों का जलस्तर बढ़ने से प्रशासन ने भी अलर्ट घोषित किया है। डीएम शैलेंद्र कुमार सिंह ने बाढ़ प्रभावित तहसीलों के संबंधित एसडीएम को निर्देशित कर जरूरी व्यवस्थाएं करने को कहा है।
महेवागंज। शारदा नदी के बीच टापू पर बसे जंगल नंबर 11 में करीब 30 लोगों की आबादी है। झोंपड़ीनुमा करीब एक दर्जन कच्चे घरों में लोग जीवन गुजार रहे हैं। पिछले कुछ दिनों से नदी ने यहां भू कटान शुरू कर दिया है। खेतों को निगलती हुई नदी आबादी के करीब पहुंच गई। सोमवार रात गांव निवासी राजाराम, विनोद और मनोज के घर नदी की आगोश में समा गए। राजाराम ने बताया की सोमवार की रात करीब दस बजे घर नदी में कट गया। पूरी रात जागकर काटी। नदी का रुख देख बाकी लोग भी अपना सामान इकठ्ठा कर के नदी पार निकलने के लिए नाव का इंतजाम कर रहे हैं। मनोज, राजकिशोर, विनोद ने बताया की अपनी निजी नाव के सहारे चार किलोमीटर नदी में करीब दो घंटे का सफर तय कर नदी के बाहर निकलते हैं। प्रशासन की तरफ से कोई बचाव राहत के लिए नाव या स्टीमर आदि की कोई व्यवस्था नहीं की गई है।