कुंभ से जाए विश्व को सार्थक संदेश : शाह
मंत्रोच्चार के बीच संगम व यमुना का किया पूजन- कहा संतों की मंशा के अनुरूप होगा पूरा काम
कनिष्क गुप्ता
इलाहाबाद : केंद्र व प्रदेश सरकार के लिए संतों का सम्मान सर्वोपरि है। संतों की मंशा के अनुरूप प्रयाग का कुंभ होगा। कुंभ में संतों को उत्कृष्ट सुविधा मुहैया कराएगी। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने शुक्रवार को मठ बाघंबरी गद्दी में अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के पदाधिकारियों की बैठक में यह बातें कही। कहा कि प्रयाग कुंभ से संतों के जरिए विश्व को सार्थक संदेश मिले, हम यही चाहते हैं, ताकि दुनिया सनातन संस्कृति के कल्याणकारी स्वरूप से जुड़ सके।
उन्होंने कहा कि मोदी व योगी सरकार कुंभ को भव्यता प्रदान करने को प्रतिबद्ध है। सरकार अभी तक का सबसे भव्य कुंभ कराएगी। वह स्वयं इसको लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मोदी व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से दो बार वार्ता कर चुके हैं। कुंभ से पहले संगम क्षेत्र के दोनों ओर पांच-पांच किलोमीटर का पक्का घाट बनवाया जाएगा। सारे अखाड़ों का स्थायी निर्माण भी समय पर पूर्ण होगा। कुंभ में आने वाले सारे संतों व धार्मिक संस्थाओं को पहले से अच्छी सुविधा मिलेगी। स्वयं की प्रयाग यात्रा का जिक्र करते हुए कहा कि कुंभ से पहले यहां आकर गौरवांवित महसूस कर रहे हैं। नासिक व उज्जैन कुंभ में भी उन्हें पूजन का अवसर मिला था। उन्होंने कहा कि अब प्रयाग में संतों के सानिध्य में दर्शन-पूजन करके उन्हें सौभाग्य की अनुभूति हो रही है। वह दो माह बाद पुन: प्रयाग आकर संतों का आशीर्वाद लेंगे।
इसके पहले अमित शाह ने यमुना बैंक रोड स्थित मौज गिरि मंदिर पहुंचे। वहां सिद्धबाबा मौज गिरि घाट का उद्घाटन किया। इस घाट का शिलान्यास 19 जनवरी 2013 में उत्तराखंड के तत्कालीन राज्यपाल डॉ. अजीज कुरैशी ने किया था। इसके बाद योग ध्यान केंद्र का शिलान्यास किया। फिर भृगु ऋषि द्वारा स्थापित शिवलिंग का पूजन करने के बाद बांध स्थित लेटे हनुमान मंदिर पहुंचे। वहां पूजन के उपरांत संगम तट गए। विधि-विधान से संगम पूजन करके कुंभ के निर्विघ्न संपन्नता की सामना की। इस दौरान अखाड़ा परिषद अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि, महामंत्री महंत हरि गिरि, श्रीमहंत नारायण गिरि, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. महेंद्रनाथ पांडेय मौजूद रहे।