नौ सूत्रीय मागो को लेकर जारी है ट्रांसपोर्टरो की हड़ताल
कनिष्क गुप्ता
इलाहाबाद : नौ सूत्रीय मांगों को लेकर ट्रांसपोर्टर 20 जुलाई से देशव्यापी हड़ताल पर चल रहे हैं। इलाहाबाद में करीब डेढ़ हजार ट्रक पांच दिन से खड़े हैं। अभी तक छोटे व्यापारियों के पास माल होने से उन्हें परेशानी नहीं हो रही थी। लेकिन अब माल खत्म हो रहा है, इससे उनकी मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। दिल्ली के आजादपुर मंडी से बुधवार को सेब, अनार, नाशपाती आदि फलों के एक भी ट्रक मंडी में नहीं आए। इससे व्यापारियों को फल भी नहीं मिल सके। ट्रांसपोर्टरों का कहना है कि जब तक हड़ताल जारी रहेगी, तब तक नो डिलीवरी, नो बुकिंग है। मंडी सचिव रेनू वर्मा के मुताबिक मुंडेरा मंडी में फल के ट्रक नहीं आए। इलाहाबाद ट्रांसपोर्ट यूनियन के अध्यक्ष अनिल कुशवाहा का कहना है कि हड़ताल से व्यापारी और ट्रांसपोर्टर परेशान हो रहे हैं। एक अरब का कारोबार प्रभावित
ट्रांसपोर्टरों की हड़ताल से छह दिन में करीब एक अरब का कारोबार प्रभावित हुआ है। बड़े व्यापारियों के पास गोदाम में माल होने से उन्हें ज्यादा दिक्कतें नहीं हो रही हैं, लेकिन छोटे व्यापारियों परेशान हो गए हैं। नो इंट्री खोलने की मांग
इलाहाबाद गुड्स ट्रांसपोर्ट एंड मोटर आपरेटर्स वेलफेयर एसोसिएशन की बैठक अध्यक्ष पंडित चंद्रसेन शर्मा की अध्यक्षता में हुई। इसमें एसोसिएशन के हड़ताल में शामिल न होने पर चर्चा हुई। गाड़ियों की लोडिंग-अनलोडिंग पूर्ववत जारी है। अध्यक्ष ने 24 घंटे नो इंट्री खोलने की मांग की। जिससे व्यापारियों और मोटर मालिकों का समय से कार्य हो सके। बैठक में रमेश चंद्र पाठक, अशोक अवस्थी, ज्वाला प्रसाद मिश्र, रामनाथ सिंह, लालजी पांडेय, राकेश शर्मा आदि शामिल रहे। डिप्टी सीएम को सौंपा ज्ञापन
प्रयाग ट्रांसपोर्ट यूनियन के अध्यक्ष अमर वैश्य मुन्ना भइया और मिनी ट्रक ट्रांसपोर्ट यूनियन के अध्यक्ष पंडित परमानंद त्रिपाठी के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल गुरुवार को सर्किट हाउस में डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य से मिलकर ज्ञापन सौंपा। अमर वैश्य ने उन्हें अवगत कराया कि राजमार्गो पर 18 घंटे की नो इंट्री जारी है। आरोप लगाया कि रीवा रोड और पुरानी जीटी रोड पर मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, आंधप्रदेश, कर्नाटक, बिहार, पश्चिम बंगाल से आने वाले वाहनों से अवैध वसूली की जाती है। इससे शासन-प्रशासन की बदनामी हो रही है। परमानंद त्रिपाठी ने वसूली न रुकने पर आंदोलन की चेतावनी दी। प्रतिनिधिमंडल में राजेंद्र केसरवानी, कृष्णानंद त्रिपाठी, गोपाल जोशी, सोमनाथ यादव, अनुज शुक्ला, राजेश सिंह आदि शामिल रहे।