चालान के महाकुंभ में हजारों ने लगाये गोते, पुलिस ने वसूला लाखो शमन शुल्क
महिला थाना ने भी निभाई भागीदारी, महिलाओं व लड़कियों को हेलमेट के प्रति किया जागरूक
बुशरा जिकरा/ कोमल चौरसिया
वाराणसी। जनपद वाराणसी में यातायात को सुगम बनाये जाने एवं वाहन चालकों को अनुशासित किये जाने हेतु वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आनन्द कुलकर्णी के निर्देशन में जनपद में बिना हेलमेट के 2 पहिया वाहन चालकों, ब्लैक फिल्म लगे वाहनों एवं प्रेशर हार्न लगाये वाहनों के विरूद्ध जनपद की कुल 359 पुलिस टीमों द्वारा सघन अभियान चलाया गया। जिसमे जनपद की महिला थाना ने भी सीओ कोतवाली बृजनंदन राय के नेतृत्व में अपनी अहम भूमिका निभाई। महिला थाना पुलिस के द्वारा दो पहिया वाहन चला रही महिलाओं व लड़कियों को हेलमेट के प्रति जागरूक किया व बिना हेलमेट वाहन न चलने की हिदायत भी दी गई।
इस अभियान के अन्तर्गत जनपद वाराणसी के क्षेत्राधिकारीगण द्वारा कुल मैनुअल चालान-394 चस्पा चालान-311 फोटो चालान-670 सीज-03 तथा 66 वाहनों से शमनशुल्क 39400/-रू0 वसूला गया तथा नगर क्षेत्र में गठित की पुलिस टीमों द्वारा मैनुअल चालान – 5851, चस्पा चालान-7450, फोटो चालान-12354, सीज-53, तथा 750 वाहन से शमन शुल्क-1,99,500/-रू0, ग्रामीण क्षेत्र की पुलिस द्वारा मैनुअल चालान-2282, चस्पा चालान -1274, फोटो चालान-7734, सीज-11 तथा 126 वाहन से शमन शुल्क /-रूपया किया गया तथा यातायात पुलिस द्वारा मैनुअल चालान-689, चस्पा चालान-1562, फोटो चालान -2894 सीज-03 तथा 527 वाहनों से शमन शुल्क-164000/रूपया किया गया। इस प्रकार सम्पूर्ण जनपद से मैनुअल चालान,चस्पा चालान, फोटो चालान कुल 8048, 12218 चस्पा, 16867 फोटो चालान व 57 वाहन सीज 1538 वाहनों से 4,05000/-रूपया शमनशूल्क वसूला गया।
उक्त अभियान के दौरान 78 वाहनों के शीशों पर लगे ब्लैक फिल्म को उतरवाकर तथा 121 वाहनों के प्रेशर हार्न निकलवाकर चालान किया गया। साथ ही साथ जिन 2 पहिया वाहनों द्वारा हेलमेट लगाकर वाहन चलाया जा रहा था, उन्हें वाराणसी पुलिस द्वारा रोककर पुष्प देते हुए प्रोत्साहित भी किया गया। सम्पूर्ण अभियान का पर्यवेक्षण दिनेश कुमार सिंह, पुलिस अधीक्षक नगर, अमित कुमार, पुलिस अधीक्षक ग्रामीण एवं सुरेश चन्द्र रावत पुलिस अधीक्षक यातायात, वाराणसी द्वारा किया गया। भविष्य में भी अभियान चला कर इसी प्रकार प्रत्येक 15 दिवस में कार्यवाही की जायेगी, ताकि महानगर वाराणसी में सुगम यातायात संचालन एवं वाहन चालकों में अनुशासन बनाया जा सके।