अमरीकी सर्मथन से हो रही हैं अफगानिस्तान में मादक पदार्थों की खेती : नूर हादी
आफताब फारुकी
अफ़ग़ानिस्तान के बलख़ प्रांत के एटार्नी जरनल ने कहा है कि यह बड़ी चिंता की बात है कि अमरीका के समर्थन से देश में मादक पदार्थों की खेती की जा रही है। नूर हादी ने कहा है कि बहुत अफ़सोस की बात है कि अमरीका के समर्थन से अफ़ग़ानिस्तान में मादक पदार्थों की खेती की जा रही है। उन्होंने कहा कि मादक पदार्थ जहां एक ओर पूरे संसार के लिए एक गंभीर समस्या हैं वहीं पर इनसे अमरीका, अफ़ग़ानिस्तान में करोड़ों की कमाई कर रहा है।
अफ़ग़ानिस्तना के बलख़ प्रांत के एटार्नी जरनल ने अपने देश में नशा करने वालों की बढ़ती संख्या की ओर संकेत करते हुए कहा कि अफ़ग़ानिस्तान में मादक पदार्थों की खेती के कारण देश के युवा नशे की लत में फंसते जा रहे हैं। उल्लेखनीय है कि मादक पदार्थों का सबसे अधिक उत्पादन पूरे विश्व में अफ़ग़ानिस्तान में होता है। राष्ट्रसंघ की रिपोर्ट के अनुसार अफ़ग़ानिस्तान में प्रति वर्ष 9 हज़ार टन मादक पदार्थों की पैदावार होती है।
जानकारों का कहना है कि पिछले 15 वर्षों के दौरान अफ़ग़ानिस्तान में अमरीका और ब्रिटेन की उपस्थिति के कारण मादक पदार्थों के उत्पादन में वृद्धि हुई है। विशेष बात यह है कि अफ़ग़ानिस्तान के जिन क्षेत्रों में पश्चिमी सैनिक तैनात हैं वहां पर मादक पदार्थों की खेती अधिक हो रही है। हालांकि अमरीका ने 15 साले पहले अफ़ग़ानिस्तान से मादक पदार्थों और तालेबान के विनाश के नाम पर हमला किया था किंतु हमले के 15 वर्षों बाद किसी का भी विनाश नहीं हुआ।