साहेब कैसे सुधरेगा बच्चों का भविष्य जब विद्यालय में हीं बच्चों से धुलवाएँ जायेंगे बर्तन..?
फारुख हुसैन
बिंजुआ/पलिया कला खीरी-; जहां एक ओर तो हमारी सरकार बच्चों के उज्जवल भविष्य को देखते हुए शिक्षा की नयी नयी योजना चला रही है और विद्यालयों में छात्र छात्राओं को हर वो सुविधा दी जा रही है जिससे गरीब तबके के माता पिता भी अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा दिला सके और हमारा देश शिक्षा में आगे बढ़ सके ।
वही दूसरी ओर कुछ शिक्षक व शिक्षिकायें शासन के आदेशों को ताक पर रखकर कुछ छात्र छात्राओं से विद्यालय में बच्चों को शिक्षा न देकर उनसे विद्यालय में ही उनका बाल शोषण करते हैं और उनसे विद्यालय में ही कभी मजदूरी करवाते हैं तो कभी उनसे भोजन करने के बर्तन धुलवाते हैं और यदि कभी किसी मीडिया कर्मी को इसकी सूचना मिलती है तो वह जब कवरेज पर जाते हैं तो उनसे द्रुव्यवहार किया जाता है और उनको धमकी भी दी जाती है और यहाँ भी वही हुआ जब यहाँ पत्रकार कवरेज के लिए गये तो शिक्षका ने पत्रकारों से भी की अभद्रता
इस बाबत में जब आला अधिकारियों से बात की जाती है तो वो भी कहते हैं कि विद्यालय में “जब वो भोजन करेगें तो धुलेगें तो वो” ही कहकर अपना पल्ला झाड़ लेते हैं ।
जानकारी के अनुसार लखीमपुर खीरी जिले के थाना भीरा क्षेत्र के ब्लॉक बिजुवा के ग्राम पंचायत दौलतापुर का माजरा कचनारा में जहां पर प्राथमिक विद्याल में माध्यान भोजन के दौरान छात्र छात्राओं से ही कभी मजदूरी तो कभी अपने भोजन के बर्तन धुलवाने का कार्य करवाया जाता है और जब इसकी जानकारी कुछ मीडिया कर्मीयों को हुई तो वह इस बात की जानकारी के लिये विद्यालय पहुंचे तो वहां माध्यान भोजन का समय चल रहा था और कुछ छात्र छात्रायें अपने खाने का बर्तन धुल रहे थे जो कि तस्वीरों के माध्यम से साफ जाहिर होता है की यह सब शासन के मुंह पर एक करारा तमाचा है कि वह शिक्षा पर कितना कार्य कर रही है एक ओर तो बाल शोषण पर रोक लगाया जाता है वहीं कुछ प्राथमिक विद्यालयों में ही बच्चों का शोषण किया जाता है जो कि शर्मनाक है
जब विद्यालय में बच्चों के बर्तन धुलने की कवरेज करते हुए मीडिया कर्मियों को देखा तो वहां शिक्षकों में हड़कम्प मच गया और आनन फानन में बच्चों को वहां से हटाया गया ।वहीं जब इसकी जानकारी बच्चों से ली गयी तो उन्होने बताया कि हम जबसे विद्यालय में आये हैं तभी से यह सब कार्य कर रहें हैं । जब इस बात की जानकारी के लिये विद्यालय के प्राचार्य से बात की गयी तो वह कुछ नहीं बोली पर वहीं विद्यालय की एक टीचर तनु मीडिया कर्मियों से अभद्रता करने लगी और जब उनकी अभद्रता की मीडिया कर्मियो द्वारा वीडियों बनाया जाने लगा तो वह वहां से चली गयी ।
इस संदर्भ में जब बेसिक शिक्षा अधिकारी से बात की गयी तो उन्होने शिक्षिका पर उचित कार्यवाही करने को कहा है ।
फिलहाल जो भी हो यदि इस तरह से विद्यालयों में बच्चों का बाल शोषण होता रहा तो फिर उनका भविष्य क्या होगा और अब उस टीचर पर क्या कार्यवाही की जाती है यह भी सोचनीय है जो देश में चौथे स्तंभ के रूप में जाना जाता है उन पर ही अभद्रता होने लगे तो देश का क्या होगा ।