फूड प्वाइजनिंग से महिला की मौत, तीन गंभीर
कनिष्क गुप्ता
इलाहाबाद : शहर के मीरापुर इलाके में मंगलवार को फूड प्वाइजनिंग से कुमकुम मालवीय (48) की मौत हो गई, जबकि उनके पति अभय मालवीय, बेटी भाव्या और बेटे माधवन की हालत गंभीर है। एसआरएन अस्पताल में तीनों का उपचार चल रहा है। पूरे परिवार ने सोमवार की रात सत्तू का पराठा खाया था। सुबह सभी को उल्टियां और दस्त होने लगीं। कुमकुम को इतनी वीकनेस हुई कि वह बाथरूम में गिर गई और सिर में गंभीर चोट लगी। अस्पताल पहुंचने पर उनकी मौत हो गई। फूड प्वाइजनिंग सत्तू के पराठे से हुई या बाहर का कुछ खाने से यह साफ नहीं हो सका। तीनों की हालत गंभीर होने की वजह से पुलिस बयान नहीं दर्ज कर सकी।
अतरसुइया थाना क्षेत्र के मीरापुर इलाके में रहने वाले अभय मालवीय (52) कंपोजर हैं। उनकी बेटी भाव्या उर्फ सिमसिम (22) ने बीटेक किया है। बेटा माधवन (20) प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहा है।
सोमवार को अभय परिवार संग रिश्तेदारी में हंडिया गए थे। शाम को वहां से लौटे तो बाजार से कुछ खाना लेते आए। पत्नी कुमकुम ने सत्तू का पराठा बनाया। चारों ने खाना खाया और सो गए। रात में तबीयत बिगड़ने लगी। कुमकुम और सिमसिम को उल्टी हुई। सभी ने किसी प्रकार रात गुजारी। सुबह तबीयत और बिगड़ने लगी। अभय बाहर जाकर दवा ले आए। इसके बाद भी उल्टियां और दस्त बंद नहीं हुए। दोपहर साढ़े ग्यारह बजे कुमुकुम बाथरूम गई तो सुधबुध खो बैठीं। गिरने से उनके सिर में चोट आ गई। इसके बाद अभय ने रिश्तेदारों को फोन कर बुलाया। कुमकुम को पास के अस्पताल ले जाया गया जहां से उन्हें एसआरएन रेफर किया गया। रास्ते में ही महिला की मौत हो गई। उधर, पति, बेटे-बेटी की हालत भी धीरे धीरे बिगड़ने लगी। सिमसिम घर में गिरकर बेहोश हो गई तो रिश्तेदार और मुहल्ले के लोग तीनों को एसआरएन अस्पताल लाए। उपचार के बाद उनकी हालत में सुधार हुआ। खबर पाकर सीओ सुकीर्ति माधव पहुंच गए। उन्होंने रिश्तेदारों से पूछताछ की तो सत्तू का पराठा खाने से तबीयत बिगड़ने की बात सामने आई। सीओ के मुताबिक, अब तक की जांच में फूड प्वाइजनिंग की बात ही सामने आई है। अतरसुइया थाना प्रभारी के मुताबिक, आत्महत्या की कोशिश जैसी कोई बात सामने नहीं आई। मामला सीधे फूड प्वाइजनिंग का है। सत्तू के पराठे के अलावा बाहर से भी कुछ खाना आया था।
ओमान में डाक्टर हैं भाई
अभय मालवीय के भाई शेखर मालवीय ओमान में रहते हैं। वह डाक्टर हैं। कुमकुम की मौत की खबर सुनकर वह ओमान से इंडिया के लिए चल दिए। शेखर मोबाइल से एसआरएन अस्पताल के डाक्टरों से लगातार बात करते रहे। उनकी वजह से तमाम डाक्टर तीनों के उपचार में लगे रहे।
फूड प्वाइजनिंग से हुई कुमकुम की मौत के बाद शव घर में ही रखा रहा। जबकि पति, बेटे बेटी अस्पताल में तड़पते रहे। रात में बेटी भाव्या को होश आया। उसे अंदाजा था कि मां की मौत हो चुकी है। वह फिर बिलखने लगी। ऐसे में फिर से वह बेहोश हो गई। तमाम रिश्तेदार और पड़ोसी अस्पताल और अभय के घर में जमा रहे।