महिला निकेतन एवं बालिका संरक्षण गृहों की सुरक्षा पर उठे गंभीर सवाल

जितेंद्र कुमार

उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद में खुल्दाबाद स्थित महिला निकेतन व बालिका संरक्षण गृह की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े हो गए है।
इलाहाबाद में महिला निकेतन, बालिका एवं शिशु संरक्षण गृह एक ही भवन में है। उसी परिसर में राजकीय संरक्षण गृह भी है।
महिला निकेतन में 10 , बालिका में 12 तथा शिशु संरक्षण गृह में 14 सी.सी.टी.वी. कैमरा लगा है।
लखनऊ से सीधे इसकी मॉनिटरिंग की जाती है। इनमे से तीनों गृहों के चार- चार यानी 12 कैमरे लखनऊ मुख्यालय से जुड़े है। ऐसे में संरक्षण गृह के प्रशासन का सुरक्षा का पुख्ता दावा है। इसके विपरीत नारी निकेतन से पिछले महीने 2 महिलाएं फरार हो गयी थी। हालांकि बाद में मिल भी गयी। लेकिन इस घटना से कई सवालों ने जन्म ले लिया।
दोनो महिलाएं साड़ी के सहारे उतर कर फरार हुईं थी। लेकिन ये सवाल अब भी बना हुआ है कि क्या तीसरी मंजिल से कोई लड़की या औरत इस तरह उतर सकती है। अगर हाँ ! तो ये दृश्य सी.सी.टी.वी. कैमरा में कैद क्यों नही हुआ। इसके अलावा एक कैमरे में आटा लगा हुआ मिला था। किसी महिला की शरारत की बात कर इसे टाल दिया गया। सहायक अधीक्षक विवेक द्विवेदी ने इस मामले पर अनभिज्ञता जताई तो बाल कल्याण समिति (सीडीसी) के सदस्य इस बारे में बोलने से बचते रहे । इसके पहले प्रथम तल पर स्थित बलिकागृह से 3 लड़कियां भाग गई थी। उन्होंने तो चाभी चुरा ली थी। हालांकि बाद में उन्हें भी पकड़ लिया गया था। लेकिन कुछ महीनों के बीच महिलाओं व बालिकाओं के फरार होने की दो घटनाओ ने कई सवाल खड़ा कर दिया था।

अलर्ट के बाद नारी निकेतनों में पहुंचे अफसर –

देवरिया में महिला संरक्षण गृह में उत्पीरण की घटना सामने आते ही इलाहाबाद में भी अफसरों की टीम नारी निकेतनों में पहुंची। कही से कोई कमी सामने नही आयी। लेकिन अफसरों ने सुरक्षा का बाबत निदेश दिए।

*बाल गृह में मानसिक दिव्यांग भी रहते है साथ—*

इलाहाबाद के खुल्दाबाद बाद स्थित बाल शिशु गृह में दिव्यांग बच्चे भी रहते है। यहाँ 25 जिलो से दिव्यांग बच्चे आते है। शिशु बालगृह में इस समय कुल 43 बच्चे है। दत्तक गृह में 10 बच्चों की क्षमता है, लेकिन वहां 32 बच्चे रहते है। इसके अलावा यहां सात मानसिक रूप से दिव्यांग बच्चे है। सुविधाओं के लिहाज से उनके लिए अलग व्यवस्था होनी चाहिए, लेकिन सभी बच्चे साथ मे रहते है। इसके पीछे संसाधन की कमी मुख्य वजह है।

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