साहब बसपा के बाहुबली नेता हसीब पर कब होगी कार्यवाही – पीड़ित शिक्षिका की गुहार, हसीब के गुर्गो ने किया सरेराह उसकी आबरू पर हमला

तहरीर पर मुकदमा दर्ज, पुलिस पर हसीब को बचाने के प्रयास का लग रहा आरोप

तारिक आज़मी

कानपुर. कानपुर शहर की बात करें तो साहेब चमनगंज एरिया अपने आप में काफी महत्व रखता है. उत्तर प्रदेश से लेकर कई अन्य राज्यों में चमनगंज अपनी अलग पहचान रखता है. अगर चमन गुलज़ार होगा तो कोई न कोई इस चमन को सीच रहा होगा, एक वक्त था कि जनाब हलीम साहब ने तालीमी मरकज़ बना कर इस इलाके को सीचा था और आज भी चौराहा उनके नाम से गुलज़ार रहता है. हालात बदलते गए और अपनी ज़िन्दगी में जिस शिक्षण संस्था को हलीम साहेब ने गुलज़ार रखा आज लगता है उस चमन के दरख्तों पर उल्लूओ का जमावड़ा होता जा रहा है जहा पैसे और पॉवर के जोर पर मानसिक और शारीरिक शोषण का जैसे कम्पटीशन चल रहा हो.

भले ही चमनगंज कही न कही गैंगवार के लिये बदनाम रहा हो मगर इस गैंगवार में कभी महिलाओ पर हाथ किसी का नहीं उठा होगा. लेकिन आज एक ऐसी घटना घटित हुई है जो चमनगंज के इतिहास में पहली बार घटित हुई है और ये एक चिन्तनीय विषय बन गई है. इलाके में इसकी चतुर्दिक निंदा हो रही है मगर साहब पैसे और पॉवर का जोर है कि कही कोई मुह नहीं खोलने को तैयार है. शोषण हो रहा है लोग देख रहे है मगर मुह नहीं खुलता साहब. छोडिये इसको आइये आपको आज की घटना से अवगत करवाते है.

आज दिनांक  8 अगस्त को सुबह लगभग 08:30 बजे मुस्लिम जुबली गर्ल्स इंटर कालेज की प्रधानाचार्य रुबीना इकबाल (शिक्षिका ने अपना नाम और फोटो का प्रयोग करने की खुली अनुमति दिया है) रोजाना की तरह अपने निवास फहीमाबाद कालोनी से जुबली इंटर कालेज जा रही थी तभी पहले से घात लगाये मुंह पर कपड़ा बांधे हुए दो युवको ने उनका रास्ता रोक लिया और कपड़े फाड़ दिए जिससे रुबीना का आधा जिस्म नग्न हो गया और रुबीना की आबरू को सरेराह उछाल कर धमकिया देते हुवे फरार हो गये. बकौल शिक्षिका के उसको अपमानित और उसके ऊपर हमला करने वालो का कहना था कि हसीब की बात मान लो और अपने पद से इस्तीफा दे दो. पीडिता ने रो रो कर मीडिया कर्मियों से और पुलिस से मदद की गुहार लगाई है. पुलिस ने मुकदमा तो दर्ज कर लिया है मगर उसमे हसीब का नाम एक बार फिर गायब है. पीडिता ने रो रो कर कहा कि हसीब मुझको जान से मरवा देगा और मेरे साथ कुछ भी गलत करवा सकता है.

वहीं जब इस प्रकरण पर हमारे संवादाता जुबली इंटर कालेज पहुंचे तो सभी टीचरों इस मामले पर बोलने से इनकार कर दिया और कहा की हम इस मामले में नही पड़ना चाहते. उनके चेहरों पर खौफ साफ़ नज़र आ रहा था और कोई भी कर्मचारी चाहे वह शिक्षण कार्य से जुड़ा हो अथवा किसी अन्य से सभी कुछ भी बोलने को तैयार नहीं थे. कुछ ने दबी ज़बान से बिना अपना नाम बताये कहा कि हम इस मामले में बोल कर अपनी ज़िन्दगी जहन्नम नहीं बना सकते है.

पीडिता का आरोप है कि उसके साथ लगभग दस दिन पहले भी घटना हुई थी जिसकी एनसीआर दर्ज है मगर आज तक कोई कार्यवाही नहीं हुई. पीडिता ने आरोप लगाते हुवे बताया कि हसीब अपने धनबल, बाहूबल से मामले को दबा देता है. अब सोचने वाली बात है अगर समय से प्रशासन ने संज्ञान लिया होता तो आज एक महिला को सरेराह इस तरह बेआबरू नहीं होना पड़ता.

कौन है अब्दुल हसीब

अब्दुल हसीब कानपुर के चमनगंज का निवासी है जो की काफी समय से हलीम मुस्लिम एसोशिएशन का महामंत्री है और 2017 का बसपा विधायक प्रत्याशी भी रहा हैं जानकारों की माने तो हसीब ने हलीम कालेज की सम्पत्ति पर एक एक कर चारो तरफ बिल्डिंगे बनाई और उनको मोटी रकम में बेच दिया, यह सब वह संपत्ति थी जो की हाफिज हलीम साहेब ने शिक्षा के लिए अपनी सम्पत्ति को दान किया था लेकिन हसीब खुद ही अपने आपको उस सम्पत्ति का मालिक समझने लगा और अपने हिसाब से बिल्डिंगे बनाई और मोटी रकम अंदर कर ली. वही क्षेत्रीय चर्चाओ के अनुसार खुद ही जब चाहे किसी भी टीचर को नौकरी पर रख लेता है और खुद ही अपने मन मर्जी से हटा देता है पूरी एसोसिएशन को मानो हसीब एक तानाशाह बनकर चला रहा है.

हसीब का भतीजा मोहम्मद दानिश पर लडकियों से यौन शोषण का लग चूका है आरोप. फोटो हुवे थे वायरल

यही नहीं हसीब के साथ एक किरदार और भी है उसका खुद का भातीजा मोहम्मद दानिश. दानिश की बात करें तो दानिश हसीब का भतीजा है और हसीब ने जैसे हलीम कालेज की सम्पत्ति निगली है ठीक उसी तरह भतीजे दानिश ने कालेज की ही कई लडकियों की आबरू लूटी जिसकी कुछ तस्वीरे भी वायरल हुई थी और तो और यूट्यूब पर भी एक सबा खान नाम की आईडी से वीडियो भी अपलोड किया गया था जिसमे हसीब और दानिश की रंगरलियों काला चिटठा खोला गया था सूत्रों की माने तो दानिश लड़कियों को बहला फुसला कर उनको टापर बनाने के नाम पर और कुछ टीचरों को प्रमोशन के नाम पर दुष्कर्म करता था जिसकी कुछ तस्वीरें भी सामने आई थी मगर इतना बड़ा स्कैंडल होने के बावजूद भी इसको राजनितिक बल के साथ धन बल और बाहुबल के जोर से दबा दिया गया. इस वीडियो में दानिश को कानपुर का राम रहीम तक घोषित कर दिया था.

अब देखना यह होगा की इस प्रकरण में भी कोई कार्यवाही होती है या फिर सिर्फ शांति अख्तियार करके इस केस को भी ठन्डे बसते में डाल दिया जाता है. कहने को तो भाजपा सरकार है मगर चाय पान की दुकानों पर चर्चा आम है कि इस सरकार में भी हसीब अपना स्वयंभू शासन चला रहा है.

  • हम जल्द ही आपको बतायेगे सबूतों के साथ कि किस तरह मासूम बच्चियों को टॉप करवाने का लालच देकर उनको बहला फुसला कर उनका शारीरिक शोषण किया जाता है इस मुस्लिम विद्यालय में और फिर इज्ज़त आबरू के डर से वह बच्चिया कोई कार्यवाही नहीं करती है. हम आपको बतायेगे कि किस तरह इस मुस्लिम स्कूल में पढ़ाने वाली शिक्षिकाओं को नौकरी के नाम पर शारीरिक शोषण किया जाता है और वो शिक्षिकाये अपनी इज्ज़त और आबरू की खातिर कोई कार्यवाही नहीं करती

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