प्राथमिक एवं जूनियर विद्यालय जालंधर पुर में अध्यापक कर रहे बच्चों के जिंदगी के साथ खिलवाड
आशिष कुमार
फतेहपुर जनपद योगी सरकार भले ही सब पढ़े सब बढ़े का दावा कर रहे हो सब को अच्छी शिक्षा मिलने का वादा कर रही हो शिक्षा के नाम पर क्यों ना करोड़ों अरबों रुपए खर्च किए जा रहे हैं परंतु फतेहपुर जिला के विजयीपुर ब्लाक के जालंधर पुर मजरा गुरवल के प्राथमिक एवं जूनियर विद्यालय का हाल आप देखेंगे तो आपकी आंखें खुली रह जाएंगी जहां पर बच्चों को स्कूल से बाहर मिट्टी में भोजन करते हुए देखोगे स्कूल के बाहर फर्स मे रात भर जानवर बैठते हैं सुबह बिना फर्श को धुले ही बच्चों को बैठा दिया जाता है यहां तक की गांव के दया शंकर निषाद भोला निषाद राजेश निषाद आदि लोगों ने बताया कि मिड डे मील भी रोज नहीं मिलती है हम ने बच्चों से पूछा तो बच्चों ने भी 3 दिन खाना नहीं मिलने की बात कही और आप कक्षा के अंदर की गंदगी देखेंगे तो चौंक जाएंगे जहां पर कूड़ा कचरा ईंट पत्थर का अंबार लगा है यही हाल किचन सैड का है जहां पर ताला लगा है अनार देखते ही आपको बेचेैनी होगी यहां तक की प्राथमिक विद्यालय का नल बिगड़ा हुआ है सालों से जूनियर विद्यालय का फाउंडेशन नहीं बना सफाई कर्मी है परंतु आज तक स्कूल आया ही नहीं सबसे बड़ी बात यह है कि प्राथमिक एवं जूनियर दोनों विद्यालय में चार चारअध्यापक हैं जहां पर हमको दो दो अध्यापक ही मिले गांव के लोगों ने बताया कि प्राथमिक विद्यालय के अध्यापक महीने में दो-चार दि ही आते हैं अगर यही हाल रहा तो बच्चों का भविष्य कैसे सुधरेगा इन दोनों विद्यालयों के अध्यापक सरकार एवं अधिकारियों की आंखों में धूल झोंक रहे हैं एवं बच्चों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं