पत्रकारिता छोड़ राजनीती में आये आशुतोष ने भी छोड़ा आप का दामन
तारिक आज़मी
राजनीती का ऊंट कब किस करवट बैठता है किसी को मालूम नहीं होता, अपनी बेबाक पत्रकारिता के लिये मशहूर आशुतोष का लगता है अब राजनीति से मन उचाट हो गया है. पत्रकारिता छोड़कर आम आदमी पार्टी से अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत करने वाले आशुतोष ने आम आदमी पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। हालांकि इसके पीछे एक बड़ी वजह कुछ और ही बताई जा रही है। कहा जा रहा है कि केजरीवाल इसकी वजह हैं और पिछले साल ही उनके साथ आशुतोष के मतभेद उभरे थे।
आम आदमी पार्टी नेतृत्व के साथ आशुतोष के मतभेद पिछले साल राज्यसभा चुनाव के दौरान उभरे, जब केजरीवाल ने सुशील गुप्ता जैसे उद्योगपति को टिकट दिया था। इसके अलावा केजरीवाल चाहते थे कि आशुतोष और संजय सिंह भी राज्यसभा जाये। लेकिन आशुतोष ने स्पष्ट कहा कि उनका जमीर उन्हें सुशील गुप्ता के साथ राज्यसभा जाने की इजाजत नहीं देता है। चाहे उन्हें टिकट मिले या न मिले, मगर वह सुशील गुप्ता के साथ राज्यसभा नहीं जायेगे. उन्होंने केजरीवाल को भी सलाह दिया था कि वह सुशील गुप्ता को राज्यसभा नहीं भेये। मगर केजरीवाल ने उनकी जगह चार्टर्ड अकाउंटेंट एन.डी. गुप्ता का नामांकन करा दिया। हालांकि एन.डी. गुप्ता और सुशील गुप्ता दोनों ही आप के सदस्य नहीं थे। इसके बाद से ही आशुतोष राजनीति में निष्क्रिय हो गए थे।
ये भी छोड़ गये केजरीवाल को
इसके पहले पार्टी के सस्थापक सदस्यों में से किरण बेदी, प्रशांत भूषण, योगेंद्र यादव, मयंक गांधी, शाजिया इल्मी पार्टी छोड़ चुके है इसके बाद एक अन्य संस्थापक सदस्य आशुतोष भी पार्टी से इस्तीफा दे दिया है, हलाकि कुमार विश्वास ने पार्टी से इस्तीफा तो नहीं दिया है मगर वह अब राजनीती में निष्क्रिय भूमिका में आ चुके है। कुमार अपने लेखों और कविताओं में जरूर वह आप के नेतृत्व पर तंज कसते रहते हैं।