अतिक्रमण अभियान के खिलाफ गरमाई सियासत
कनिष्क गुप्ता
इलाहाबाद : कुंभ की तैयारियों के सिलसिले में शहर में चल रही अतिक्रमण विरोधी कार्रवाई का सियासी विरोध शुरू हो गया है। विरोधी अगुवाई की कमान समाजवादी पार्टी ने संभाली है। करेली में अतिक्रमण हटाओ अभियान के विरोध में शनिवार को सपा ने जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा तो दारागंज में झोपड़ पट्टी उजाड़ने के विरोध में पार्षदों के दल ने जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा।
शहर में इन दिनों नगर निगम से लेकर इलाहाबाद विकास प्राधिकरण और प्रशासन अतिक्रमण के खिलाफ अभियान चला रहे हैं। खासतौर पर सड़कों और चौराहों के चौड़ीकरण के लिए प्राधिकरण का वृहद अभियान चल रहा है। कई स्थानों पर इसका विरोध हो रहा है लेकिन अब इसे राजनीतिक मुद्दा भी बनाया जा रहा है। शनिवार दोपहर 12 बजे सपा नेता ऋचा सिंह की अगुवाई में सपा नेताओं और अभियान से प्रभावित लोगों का प्रतिनिधिमंडल जिलाधिकारी सुहास एलवाई से मिला। प्रतिनिधिमंडल ने आरोप लगाया कि 14 अगस्त से बक्शी मोड़, सैदपुर, करहेंदा, बीरमपुर, ऐनुद्दीनपुर में एडीए अतिक्रमण हटाने का अभियान चला रहा है, जिसमें घरों, दुकानों को अतिक्रमण के नाम पर ध्वस्त किया जा रहा है।
सपा प्रतिनिधिमंडल का कहना था कि जिन गरीब जरूरतमंदों ने बाकायदा रजिस्ट्री करवा रखी है। उनके मकान और दुकान तोड़कर उनके साथ अन्याय किया जा रहा है। उन्होंने डीएम से तत्काल इस कार्रवाई को रुकवाने की मांग की। इसी तरह दारागंज में झोपड़ पट्टी हटाए जाने के विरोध में कलेक्ट्रेट में धरना दिया गया। इसके बाद पार्षद कमलेश सिंह की अगुवाई में एक ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपकर इस कार्रवाई को गलत ठहराया गया। ज्ञापन देने वालों में कई पार्षद और पूर्व पार्षद भी शामिल थे।