कांग्रेस पार्टी भारत की सांस्कृतिक विरासत संघर्ष और विकास का आईना: किछौछवी
फैजाबाद में रैली के लिए बड़ी संख्या में रवाना हुए कांग्रेसी
अनंत कुशवाहा
अम्बेडकरनगर। अखिल भारतीय कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के नेतृत्व में भारत को जातिवाद, सम्प्रदायवाद, भय-भूख भ्रष्टाचार के आतंक से मुक्ति दिलाने का संघर्ष कर रही कांग्रेस भारत की सांस्कृतिक विरासत, संघर्ष और विकास का आईना है। जिला कांग्रेस अध्यक्ष सै0 मेराजुद्ददीन किछौछवी ने कांग्रेस स्थापना दिवस समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होने कहा कि नोट बंदी से भाजपा का भ्रष्टाचार सबके सामने सच्चाई बयां कर रहा है।
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का 131वां स्थापना दिवस समारोह जिलाध्यक्ष सै0 मेराजुद्दीन किछौछवी की अध्यक्षता से मीडिया प्रभारी डा0 विजय शंकर तिवारीके संचालन में मनाया गया। समस्त कांग्रेसजनों ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी तथा सभी महापुरूषो के चित्रो पर पुष्प धूप माल्यार्पण कर उनके आदर्शों पर चलने का संकल्प लिया एवं गोष्ठी की कार्यक्रम के उपरांत समस्त कांग्रेसजन रैली के साथ कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव गुलाम नबी आजाद, प्रभारी उत्तर-प्रदेश तथा उत्तर-प्रदेश कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी चेयरमैन डा0 निर्मल खत्री की विशाल जनाक्रोश रैली फैजाबाद में भागीदारी हेतु रवाना हो गये। उत्तर-प्रदेश कांग्रेस सचिव रामकुमार पाल व प्रदेश सचिव मोहम्मद अनीस खां ने कहा कि अपनी स्थापना से लेकर आज तक कांग्रेस अपना सर्वस्व देश पर न्यौछावर कर रही है। पीसीसी सदस्य डा0 नंदलाल चैधरी, पूर्व विधायक कुंवर अरूण ने कहा कि कांग्रेस की नीति-रीति समग्र देश को साथ लेकर विकास करने की रही है। मारकंडेय वर्मा, पूर्व जिलाध्यक्ष राजपति सिंह, द्विजेन्द्र नारायण शुक्ला, आलोक पाठक, अवधेश कुमार मिश्रा, गुलाम रसूल छोटू, रामजनम दूवे, गयादीन भारती, आरपी कौशल ने भी गोष्ठी में विचार रखे। पूर्व प्रत्याशी अमित जायसवाल, सऊद अंसारी, शीराज फाजिल, पुष्पलता, सेराज चैबे, सुभाष चन्द्र, अशोक सत्यार्थी, डा0 निरजू राम, सभाजीत वर्मा, जोखन सिंह, अफरोज आलम बेग, रामधारी निषाद, अबू शहमा, नंदकुमार गुप्ता, सुनील सिंह, जियाऊद्दीन अंसारी, फिरोज अहमद, नईम अशरफ, संजय तिवारी, विद्याधर शुक्ला, कृष्णवती निषाद, दयाराम निषाद, रितेश त्रिपाठी, बरकत अली, नरेन्द्र प्रजापति मौजूद रहे। जिला युवा कांग्रेस पूर्व अध्यक्ष सुनील मिश्र के साथ युवाओं ने कांग्रेस जय हो के उद्घोष से माहौल को गुंजायमान कर दिया।