नोट की चोट – बैंक मैनेजर की बोली या बन्दूक की गोली
फारुख हुसैन/पलिया कला (खीरी)
शहर की भारतीय स्टेट बैंक शाखा प्रबंधक की कार्यप्रणाली से खाताधारकों मे गहरा रोष है। बैंक मैनेजर चंद्रमोहन की वाक शैली के चलते आये दिन बैक ग्रहको से तूतू-मेमे आम बात हो गयी है और बैंक कर्मी भी इनकी वाकशैली से संतुष्ट न होने के कारण ग्राहकों पर खीझ निकालते है जिससे जन सामान्य का काम प्रभावित होता इसके चलते राज्य व केंद्र की चारो ओर थूथू हो रही है।गुरुवार को बैंक ने 11AM पर कैश न होने की चिटे बैक के बाहर और अंदर चस्पा कर दी किन्तु चहेतो को शाम पांच बजे तक भुगतान किया जिसके सी सी टी वी फुटेज देखे जा सकते। दूसरी तरफ अन्य बैकिंग कार्य के लिये लाइन मे पूरा-पूरा दिन लगने के बाद भी लोगो का काम समय पर नही होता है शिकायत करने पर मैनेजर जैसा जुम्मेदार व्यक्ति ग्राहकों को जा वेजा कहकर अमर्यादित भाषा शैली का प्रयोग कर जहालियत और अनपढो की तरह व्यवहार करते है उदाहरण के लिये गुरगुरु3:45 से 4:30PM के बीच के सीसीटीवी फुटेज देखे जा सकते है कि शाखा प्रबंधक किस तरह ग्रहक को पटक कर मारने और उसे झूठा बनाने की बात कर रहे है।वर्तमान नोट बंदी से नही बल्कि बैंक कर्मियों की कार्यशैली से लोग अधिक परेशान हैं।