लखीमपुर-साहेब 108 एम्बुलेंस पड़ी है बीमार आखिर कब होगा इसका ईलाज, ठेलिया पर लादकर लाए जा रहे घायल
फारुख हुसैन
मितौली-खीरी। सरकार की महत्वाकांक्षी सेवा 108 इन दिनों क्षेत्र में दम तोड़ती दिखाई दे रही है। इमरजेंसी में मरीजों को सेवा देने के लिए लगाई गई 108 एम्बुलेंस खुद बीमार है। इसे भी तत्काल इलाज चाहिए, परन्तु जिनके पास इसका इलाज है वह मुह चुरा रहे हैं। करीब एक पखवाड़े से ज्यादा समय से मितौली सीएचसी पर तैनात 108 एम्बुलेंस खराब है। जिस कारण हादसों में शिकार लोगों को कभी ठेलिया तो कभी बाइक लादकर लोग अस्पताल तक ला रहे हैं। इस कारण इलाज मिलने से पहले ही कई बार गम्भीर रूप से घायल मरीजों ने दम तोड़ दिया है।
मामला मितौली सीएचसी का है। यहां तैनात 108 एम्बुलेंस गाड़ी लगभग दो सप्ताह से ईंटो पर खड़ी दिखाई दे रही है। एम्बुलेंस के चारों टायर ख़राब हैं। जिन्हें न तो बदलवाने की जहमत उठाई जा रही है और न ही उन्हें बनवाने की। जिससे यह 108 सेवा फिर से सरकार की मंशा के अनुरुप सड़क हादसों में घायल लोगों को प्राथमिक चिकित्सा के साथ समय पर अस्पताल पहुंचा सके, कुल मिलाकर अपनी दुर्दशा पर आंसू बहा रही मितौली में तैनात इकलौती 108 एंबुलेंस खराबी के चलते लोगों को अपनी सेवा नही दे पा रही है। मितौली सीएचसी के आसपास होने वाले सड़क हादसों में जब लोग 108 पर फोन करते हैं तो 15 मिनट में अपनी सेवा देने का दावा करने वाली 108 एम्बुलेंस की पोल खुल जाती है। कभी आधा तो कभी एक घंटा बाद एम्बुलेंस घटनास्थल तक पहुंच पाती है। ऐसे में कई बार हादसे में घायल हुए लोगों ने इलाज से पहले ही दम तोड़ दिया है। आए दिन मितौली अस्पताल में ऐसे भी दृश्य दिख जाते हैं। जिनमें लोग घायलों को कभी ठेलिया तो कभी अपनी मोटरसाइकिल पर लादकर लाते हैं। कई बार ग्रामीण अंचलों के लोग बैलगाड़ी या अन्य संसाधनों से भी घायलों को लादकर लाते दिखाई दिए। जब समाजसेवियों ने इस विषय पर सीएचसी मितौली अधीक्षक डाॅ एएन चौहान से अपनी शिकायत दर्ज कराई तो उनके द्वारा भी इसकी शिकायत एम्बुलेंस को संचालित करने वाली संस्था के अधिकारियों को दी गई, परंतु उनके द्वारा न तो सटीक जवाब दिया गया और न ही एम्बुलेंस को बनवाने की जहमत उठाई गई। जब इस बावत पर सीएचसी अधीक्षक डॉ एएन चौहान से बात की गई तो उन्होंने बताया कि हमारे द्वारा एक सप्ताह पहले एम्बुलेंस अधिकारियों को इसके खराब होने सूचना दी जा चुकी है, लेकिन उन लोगों की तरफ से अभी तक कोई प्रतिक्रिया नही आई है। फिलहाल मरीजों को काफी परेशानी उठानी पड़ रही है।
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जब ठेलिया पर लादकर लाए गए घायल
मितौली खीरी। रविवार की देर शाम लखीमपुर मैगलगंज मार्ग पर दो बाइक सवारों की आपस में टक्कर हो गई। जिसमें तीन युवक गम्भीर रूप से घायल हो गए थे। उन्हें लाने के लिये मौके से कई बार 108 एम्बुलेंस को फोन किया गया, लेकिन उधर से गाड़ी न होने की बात कही गई। फिर लोगों ने घायलों को ठेलिया पर लादकर मितौली सीएचसी पहुँचाया।
यहां बनकर वापस नही आ पाई एम्बुलेंस
मितौली-खीरी। 108 एंबुलेंस सेवा की बात चल रही है तो यह भी बताना जरूरी है कि मितौली सीएचसी से 20 किलोमीटर जिला मुख्यालय की ओर बढ़ने पर बेहजम सीएचसी पड़ती है। जहां पर तैनात एंबुलेंस 108 सेवा का भी हाल यही है। काफी समय से यहां तैनात एम्बुलेंस खराब थी। जिसे बनने के लिए भेज तो दिया गया, लेकिन वहां से अभी तक वापस नहीं आई है। अब सवाल उठना लाजमी है कि क्या सरकार द्वारा जिन हाथों में यह काम सौंपा गया है वह इसे इमानदारी और निष्ठा से निभा रहे हैं।
बोले जिम्मेदार
अविनाश पांडेय प्रोग्राम मैनेजर ने बताया कुछ गाड़ियां मेन्टीनेंस में हैं। बरसात का मौसम है, व्हील बैरिंग एक्सेल की दिक्कत आ रही है। जिले में 74 गाड़ियां हैं। जिसमे 10 गाड़िया प्रतिदिन बनने जा रही हैं। दो चार दिन में सारी गाड़ियों में सुधार हो जाएगा।