पेट के लिए दांव पर लगा रहे जान
मौत के कुंए में कार चलाते कलाकार
अनंत कुशवाहा
आलापुर, अम्बेडकरनगर। पेट की आग बुझानेे व परिजनों के पालन पोषण के लिए दांव पर लगा रहे जान। जी हां यह नजारा है पूर्वांचल के प्रसिद्ध एतिहासिक महात्मा गोविंद साहब मेले का जहां पर लोगों के मनोरंजन के लिए लगाया गया मौत का कुआं आकर्षण का केंद्र बना है।
आलापुर, अम्बेडकरनगर। पेट की आग बुझानेे व परिजनों के पालन पोषण के लिए दांव पर लगा रहे जान। जी हां यह नजारा है पूर्वांचल के प्रसिद्ध एतिहासिक महात्मा गोविंद साहब मेले का जहां पर लोगों के मनोरंजन के लिए लगाया गया मौत का कुआं आकर्षण का केंद्र बना है।
मौत के कुएं में बाईक व मारूती कार पर करतब दिखाते हुए युवा जब 25 से 30 फुट ऊंची कूएं की दीवार पर अपने हैरत भरे करतब से अपनी कला का प्रदर्शन करते हैं तो लोग दांतो तले उंगली दबा लेते हैं। गाजीपुर के प्रवीण तथा महत्तम यादव व साकिर ने बताया कि परिवार के भरण पोषण के लिए यह कार्य कर रहे हैं और काफी अभ्यास के उपरांत गाड़ी चलाने में कोई समस्या नहीं होती है। फिलहाल कुछ भी हो जान जोखिम में डालकर लोगों का मनोरंजन करने वाले युवाओं की लोग तारीफ करते हुए तालियां बजाते नजर आते जो मेले का दृश्य काफी रोचक करने वाला होता है और मेले का मुख्य आकर्षण का केंद्र बना हुआ है।