वाराणसी – ईमानदारी और कर्तव्य की मिसाल कायम की आदमपुर थाने की फैन्टम-6 ने
इमानदार कांस्टेबल कन्हैया लाल |
अनुपम राज
वाराणसी. प्रदेश में पुलिस के कार्यशैली पर अक्सर सवालिया निशान लगाये जाते रहे है मगर इन सबसे इतर पुलिस अक्सर ऐसे उदहारण पेश करती रहती है जिससे सम्मान से सर झुक जाए. इसकी एक बानगी आज वाराणसी के आदमपुर थाना क्षेत्र के मच्छोदारी चौकी के निकट पिकेट पर देखने को मिली जब एक महिला का सड़क पर गिरा पर्स जिसमे लगभग पंद्रह हज़ार रुपया था सही सलामत एक अच्छे प्रयास के साथ उस महिला तक फैंटम-6 में चल रहे दो इमानदार कान्सटेबल कन्हैया लाल और अखिलेश ने उस महिला को पहुचाया
घटना कुछ इस प्रकार है कि शहर के नई सड़क की निवासिनी शहनाज़ बेगम अपने बेटे की मंगनी करने के उद्देश्य से अपने परिजनों और परिचितों के साथ आदमपुर थाना क्षेत्र के चौहट्टालाल खान को आई थी. शहनाज़ बेगम अपने एक अन्य बेटे की बाइक से सवार होकर मछोदरी से गुज़र रही थी कि उनका पर्स जिसमे उन्होंने 11,786 रुपया शगुन के तौर पर देने के लिए एक लिफाफे में रखा था के साथ लगभग तीन हज़ार रुपया अन्य खर्च का रखा हुआ था सड़क पर गिर गया जिसका अहसास शहनाज़ बेगम को नहीं हुवा. तभी पिकेड पर उपस्थित फैंटम-6 के कांस्टेबल कन्हैया लाल की नज़र उस पर्स पर पड़ गई. उन्होंने बाइक सवार को आवाज़ देकर रोकने का प्रयास भी किया मगर बाइक सवार युवक अपने रास्ते निकाल गया. दोनों कांस्टेबल ने गिरे पर्स को उठा कर कुछ दूर बाइक को तलाशने का प्रयास किया. मगर तब तक बाइक आँखों से ओझल हो चुकी थी. कांस्टेबल कन्हैया लाल ने पर्स पाए जाने की सूचना सम्बंधित चौकी इंचार्ज राजेश यादव को प्रदान की. चौकी इंचार्ज ने पिकेड पर ही पर्स खुलवा कर देखा की कोई सुराग पर्स मालकिन का मिल जाय. पर्स में पैसो के अलावा एक फ़ोन नंबर मिला जिस फ़ोन करने से यह ज्ञात हुआ कि उक्त महिला शहनाज़ बेगम जिस घर में मंगनी करने आई थी यह नंबर उस घर के युवक का था. जहा से इसकी सूचना वहा उपस्थित शहनाज़ बेगम को लगी. शहनाज़ बेगम को पर्स गायब होने की जानकारी तो थी और वह उसको लेकर परेशान थी. इस जानकारी के बाद उनको कुछ सुकून मिला. इधर पिकेड पर आस पास के नागरिक भी इकठ्ठा हो गए थे. इस संवाददाता भी उधर से गुज़र रही थी. भीड़ देख कर जानकारी की तो यह प्रकरण सामने आया. तभी मौके पर पर्स की मालकिन शहनाज़ बेगम भी आ गई. उनकी आँखों में अपना गायब पर्स वापस पाने की चमक थी. कांस्टेबल द्वारा चौकी इंचार्ज की उपस्थिति में पर्स उनको दिया गया और कहा गया कि आप अपना सामान चेक कर ले कि कुछ कम तो नहीं है. क्षेत्रिय नागरिको को सामने उन्होंने अपना पर्स चेक किया और सब कुछ सही पाया. उनके साथ आये परिजनों ने और महिला ने दोनों कांस्टेबल का धन्यवाद दिया.
क्षेत्र में इस घटना की ज़ोरदार चर्चा रही और जो भी इस घटना को जान रहा था सभी ने दोनों कांस्टेबलो क्रमशः कन्हैया लाल और अखिलेश की भूरी भूरी प्रशंसा की. ज्ञातव्य हो कि फैंटम -6 के इन दोनों कांस्टेबल में कन्हैया लाल एक अच्छे बासुरी वादक भी है. चौकी इंचार्ज राजेश यादव ने दोनों कांस्टेबल की ईमानदारी और कर्तव्य निष्ठा पर उनकी पीठ थपथपाई.